2008-03-17 10:50:17

तिब्बत की सामाजिक स्थिरता को भंग करने की दलाई लामा गुट की कुचेष्टा विफल ही रहेगी

चीनी राष्ट्रीय संवाद समिति यानी शिन्ह्वा समाचार एजेंसी ने 16 तारीख को संवाददाता का लेख प्रसारित कर कहा कि तिब्बत की सामाजिक स्थिरता को भंग करने की दलाई लामा गुट की कुचेष्टा निश्चय ही विफल रहेगी ।

लेख में कहा गया है कि इधर के कुछ दिनों , चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में चंद कुछ लोगों ने तोड़ फोड़ और लूट मार और आग लगाने की कार्यवाइयां कीं , जिस से सामाजिक व्यवस्था भंग की गयी और नागरिकों की जानी माली सुरक्षा को नुकसान पहुंचा है । स्वायत्त प्रदेश के संबंधित विभागों ने कानून के मुताबिक कारगर कदम उठा कर इस मामले का उचित निपटारा किया । फिलहाल वहां की स्थिति आम तौर पर स्थिर हो गयी है ।

लेख ने कहा कि 10 मार्च के दोपहरबाद , करीब तीन सौ स्थानीय भिक्षुओं ने देश के कानून तथा मंदिर के संबंधित प्रबंध नियमों का उल्लंघन कर उपद्रव मचाने के उद्देश्य में ल्हासा शहर में जबरन घुसने की कोशिश की । 11 से 13 मार्च तक कुछ मठों के भिक्षुओं ने फिर इकट्ठे हो कर सार्वजनिक व्यवस्था की रक्षा करने वाले कर्मचारियों पर पत्थराव किया , चूने फेंके और उबला पानी छिड़काया , जिस से ड्युटी में तैनात दसियों पुलिसकर्मी और कर्चमारी घायल हुए और उन में से अनेक लोगों की स्थिति गंभीर है । 14 मार्च को कुछ गुंडा लोगों ने ल्हासा शहर की पाक्वो सड़क पर एकत्र कर विभाजन के नारे लगाए और अंधाधुंध रूप से तोड़ फोड़ किया और आग लगायी । उन्हों ने बलपूर्वक सार्वजनिक सुरक्षा थानों , सरकारी संस्थाओं में घुस कर हमले बोले , बैंकों , दुकानों , तेल पंप स्टेशनों तथा बाजारों को लूट मारा । प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार गुंडा लोगों ने ल्हासा शहर में तीन मीडिल व प्राइमरी स्कूलों समेत 22 इमारतों को आग लगा कर बर्बाद कर दिया , दसियों पुसिल गाड़ियों और नागरिक वाहनों को जला कर नष्ट कर दिया , जिस से 10 बेगुनाह लोगों को मार कर हत्या की गयी या आग से जला कर मारा गया । 12 पुलिस कर्मी और सशस्त्र पुलिस बल के जवान गंभीर रूप से घायल हुए और जिन में से दो की जान खतरे में पड़ी है ।

लेख में कहा गया है कि पर्याप्त सबूतों से जाहिर है कि मौजूदा उपद्रव मचाने की कार्यवाही सीमा के बाहर रहने वाले दलाई गुट द्वारा सुयोजित रूप से संगठित , आयोजित और नेतृत्व की गयी साजिश है । लेख में कहा गया है कि तिब्बत चीन का एक अभिन्न अंग है , जो अन्तरराष्ट्रीय समाज में सर्वमान्य है । दलाई गुट द्वारा तिब्बत की स्थिरता और सामंजस्य को भंग करने की साजिश को कोई भी समर्थन नहीं मिल सकेगा और वह निश्चय ही विफल हो कर रहेगी ।