पांच तारीख को आयोजित चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के वार्षिक सम्मेलन में चीनी प्रधान मंत्री वन चापाओ ने सरकारी कार्य रिपोर्ट में कहा कि सांस्कृतिक निर्माण को मजबूत करना और सांस्कृतिक विकास व समृद्धि को बढ़ावा देना भावी सरकारी कार्य का एक भाग है । यह बात चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय कमेटी के वार्षिक सम्मेलन में उपस्थित सदस्यों का बहुचर्चित मुद्दा बन गयी है । उन्हों ने कहा कि संस्कृति उत्तरोत्तर राष्ट्रीय एकजुटता और सृजन का अहम स्रोत बनता जा रहा है और उसे और समृद्ध व विकसित करना चाहिए ।
प्रधान मंत्री वा चापाओ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बीते पांच सालों में चीन ने संस्कृति व खेल व्यायाम कार्य के विकास में कुल 3 खरब 10 अरब 40 करोड़ य्वान की राशि लगायी थी , जो इस से पहले के पांच सालों से 130 प्रतिशत बढ़ी । अब देश के काऊंटी व टाउनशिप दो स्तरीय सार्वजनिक सांस्कृतिक सेवा व्यवस्था प्रायः स्थापित हुई है , विभिन्न सांस्कृतिक क्षेत्रों में और समृद्धि की स्थिति पैदा हुई है और विदेशों के साथ आदान प्रदान क्रियाशील रहा है । नए साल में चीन सांस्कृतिक सृजन को बढ़ावा देगा , सांस्कृतिक निर्माण पर जोर लगाएगा , जनता के बुनियादी सांस्कृतिक हितों की गारंटी देगा तथा सांस्कृतिक बाजार को समृद्ध करेगा।
सलाहकार सम्मेलन के सदस्यों ने सरकार की इस सांस्कृतिक परिकल्पना का जोशीला स्वागत किया । उन्हों ने उत्तम संस्कृति परियोजनाओं के विकास , सांस्कृतिक परम्परा को विरासत में लेने तथा सांस्कृतिक सृजन व सार्वजनिक सांस्कृतिक सेवा व्यवस्था के निर्माण के बारे में बहुत से सुझाव पेश किए ।
सलाहकार सम्मेलन के सदस्य , उप संस्कृति मंत्री चो वीस्वि ने कहा कि अब चीन की सकल राष्ट्रीय शक्ति लगातार बढ़ी है , जिस के बल पर चीन ने पेइचिंग के केन्द्र में राष्ट्रीय थिएटर जैसे बड़े बड़े सांस्कृतिक संस्थापनों का निर्माण किया है , साथ ही सृजन को बढ़ावा देते हुए जनता के लिए अव्वल दर्जे की रचनाएं तैयार की हैं । उन्हों ने कहाः
संस्कृति एकजुटता की स्थाई शक्ति है , उस का दूरगामी प्रभाव होता है । नवनिर्मित राष्ट्रीय थिएटर देश का प्रतीकात्मक सांस्कृतिक निर्माण बनना चाहिए और आगे चीन नए नए अव्वल दर्जे की सांस्कृतिक रचनाओं का सृजन करेगा और देश विदेश में उन का प्रचार प्रसार करेगा ।
राष्ट्रीय थिएटर में सांस्कृतिक कार्यक्रम के दर्शक सुश्री चांग लु ने कहाः
राष्ट्रीय थिएटर देश की छवि निखारेगा , इस में रंगबिरंगी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाने से उस का महत्व और अधिक उजागर होगा।
चीनी संस्कृति मंत्रालय ने बीते पांच सालों में राष्ट्रीय रंगमंच परियोजना चलायी , जिस में 50 उच्च कोटि के नाटक ओपेरा रचित किए गए और बड़ी संख्या में श्रेष्ठ कलाकार प्रशिक्षित हुए । 2008 में चीन इस परियोजना पर आगे अमल करेगा और इस के लिए हर साल 4 करोड़ य्वान डालेगा।
नवनिर्वाचित सलाहकार सम्मेलन सदस्य , चीनी ललित कला संग्रहालय के प्रधान श्री फ्यान डीआन ने त्वुनह्वांग गुफा कला के बारे में कहा कि ललित कला संग्रहालय में इस की प्रदर्शनी देखने के लिए दर्शकों की भीड़ लगती है । उन्हों ने कहाः
जाहिर है कि चीनी परम्परागत संस्कृति की श्रेष्ठ कला आधुनिक युग में भी मोहन शक्ति रखती है । पहले हम ने परम्परागत संस्कृति का प्रचार करने में जो कोशिश की है , वह काफी नहीं है । हम चीनी राष्ट्र की श्रेष्ठ सांस्कृतिक परम्परा से लोगों को बेहतर अवगत कराएंगे ।
सदस्यों का मत है कि श्रेष्ठ सांस्कृतिक परम्परा को संरक्षित करने और विकसित करने के लिए बच्चों में शिक्षा से शुरू करना चाहिए । इस के लिए चीनी शिक्षा मंत्रालय ने प्रायोगात्मक तौर पर देश के 10 प्रांतों में प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में परम्परागत ओपेरा –पेइचिंग ओपेरा का पाठ खोलने का निर्णय किया , जिस का व्यापक स्वागत किया गया । सलाहकार सम्मेलन के सदस्य , चीनी गैर भौतिक सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण केन्द्र के उप प्रधान श्री थ्येन छिंग ने कहाः
मुझे महसूस है कि गैर भौतिक सांस्कृतिक अवशेष का संरक्षण एक अहम विचारधारा है और सांस्कृतिक विविधता की रक्षा भी है । पेइचिंग ओपेरा और क्वांगतुंग प्रांत का योच्यु आपेरा राष्ट्रीय श्रेष्ठता का है , हमें देश की सभी 56 जातियों की संस्कृतियों को पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए ।
नवनिर्वाचित सदस्य , मशहूर फिल्म निर्देशक श्री फङ शाओकांग ने कहाः
संस्कृति का संरक्षण करना चाहिए , साथ ही सृजन बढ़ाना भी चाहिए । चीन सरकार को नेटवर्क पर गैर कानूनी डाउन लोड को सजा देना चाहिए , बौद्धिक संपदा अधिकार की रक्षा के बाद नये सृजन को प्रोत्साहन दिया जा सकेगा ।