चीनी राष्ट्रीय जन-प्रतिनिधि सभा के प्रतिनिधि, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के अध्यक्ष श्री श्यांगबा फिंगत्सो ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में अनिवार्य शिक्षा की स्थिति का परिचय देते हुए कहा:
"हम शिक्षा के विकास को प्राथमिकता देते हैं और सारे प्रदेश में छह वर्षों की अनिवार्य शिक्षा को मूर्त रूप दिया गया है । युवा लोगों की निरक्षरता की दर 32 प्रतिशत से घट कर 4.8 प्रतिशत तक आ पहुंची है । अनिवार्य शिक्षा पाने के दौरान शहरों व कस्बों में विद्यार्थियों को पढ़ाई फीस, पाठ्य पुस्तक फीस से मुक्त किया गया है । इस दिशा में तिब्बत देश भर में प्रथम पंक्ति में है । केंद्र सरकार द्वारा पेश की गई कार्य रिपोर्ट में कहा गया कि इस वर्ष की शरत ऋतु में देश भर के शहरों व कस्बों के और आंशिक विद्यार्थियों को पढ़ाई फ़ीस से मुक्त करना शुरू किया जाएगा । केंद्र सरकार के ख्याल के चलते गत वर्ष हमारे प्रदेश में यह कार्य बुनियादी तौर पर समाप्त किया गया है । इस से अनिवार्य शिक्षा को सच्चे माइने में सारे प्रदेश में मूर्त रूप दिया गया है।"(श्याओ थांग)