2008-03-05 14:56:15

नौका-विहार खेल में चीनी लोगों की रूचि बढ़ रही है

एक खेल के नाते यॉटिंग यानी नौका-विहार कुछ यूरोपीय व अमरीकी देशों की तुलना में चीन में बहुत देर से आरंभ हुआ है।बहुत कम लोग इस खेल में भाग लेते हैं। 2008 पेइचिंग ऑलंपिक की यॉटिंग प्रतियोगिता पूर्वी चीन के समुद्रतटीय शहर छिंग ताओ में आयोजित होगी ।मेजबान शहर के नाते अब छिंग ताओ वासी इस खेल के बारे में जानने लगे हैं और कुछ लोग इस में भाग लेने लगे हैं ।

इस फरवरी के मध्य में 2007--2008 क्लिपर राउंड वर्ल्द यॉट रेस में भाग लेने वाले दस यॉट छिंग ताओ पहुंचे ,जिन में छिंग ताओ शहर का एक यॉट भी शामिल था ।जब ये यॉट छिंग ताओ ऑलंपिक यॉट अड्डे पर पहुंचे ,हजारों छिंग ताओ वासियों ने उन का जोरदार स्वागत किया.।

क्लिपर राउंड वर्ल्द यॉट रेस ब्रिटेन के सर रोबिन ख्नोक्स जोनस्टोन ने स्थापित की थी।इस रेस की कुल लंबाई 35000 समुद्री मील होती है ।यह प्रतियोगिता वर्ष 1996 में शुरू हुई और जल्द ही विश्वविख्यात हो गयी ।वर्तमान राउंड वर्ल्ड प्रतियोगिताओं में से सिर्फ क्लिपर रेस आम लोगों के लिए खुली है ।वर्ष 2006 में छिंग ताओ पहली बार इस रेस को आयोजित करने का बंदरगाह बना ।2007--2008 प्रतियोगिता में तीन चीनी खिलाडी पहली बार इस रेस में दिखाई दिए। वें हैं छिंग ताओ के को चुएं ,तू फेइ और पेइचिंग के यान शिन मिन ।इस प्रतियोगिता में पहली बार भाग लेने के अनुभव की चर्चा करते हुए श्री यान शिन मिन ने बताया , मुझे लगता है कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले हर व्यक्ति के लिए एक बहुत मूल्यवान अनुभव है । आप इस में बहुत सीखते हैं और घर वापस जाकर अपने संबंधियों व दोस्तों के साथ इन अनुभवों को साझा कर सकते हैं । इस जहाजरानी में आप को विभिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों के साथ सहयोग करना होता है .वे अलग-अलग भाषाएं बोलते हैं और उन के विचार व जीवन आदतें भी भिन्न-भिन्न हैं ।अगर आप उन लोगों के साथ अच्छा सहयोग करना चाहते हैं ,तो आप को कुछ नयी चीजें सीखनी चाहिएं और विभिन्न परिस्थितियों के अनुरूप काम करना चाहिए।

खिलाडियों के लिए क्लिपर रेस विभिन्न संस्कृतियों के टकराव का समाधान करने और अपने को चुनौती देने का मौका देती है।छिंग ताओ के लिए इस का क्या महत्व है । इस के प्रति छिंग ताओ शहर की उपमहापौर व ऑलंपिक यॉट प्रतियोगिता समिति की उपाध्यक्ष श्रीमती छांग आइ मिन ने बताया, क्लिपर राउंड वर्ल्ड यॉट रेस ने प्रतियोगिता के आयोजन की हमारी क्षमता का परीक्षण किया है।इस के अलावा छिंग ताओ चीन के यॉट की राजधानी का निर्माण कर रहा है ।यॉट की राजधानी के नाते उसे विश्व के चोटी स्तर वाली प्रतियोगिता आयोजित करनी चाहिए। इस प्रतियोगिता ने छिंग ताओ को विशेष शोभा दी है।

पेइचिंग ऑलंपिक की यॉट प्रतियोगिता की तैयारी के लिए छिंग ताओ वर्ष 2005 से इस खेल के विभिन्न संस्थापनों का स्तर उन्नत करने की कोशिश कर रहा है ।इस के अलावा क्लिपर रेस जैसी बडी प्रतियोगिताओं के आयोजन से छिंग ताओ ने अपने शहर की छवि व पेइचिंग ऑलंपिक का प्रचार भी किया है।

देखने में यॉट एक बहुत रोमांचक खेल है ,वास्तव में वह बहुत कठिन है । इस में खिलाडियों को बडी मेहनत करने की आवश्यकता पड़ती है ।लेकिन अनेक व्यक्तियों के प्रति यॉटिंग खासकर राउंड वर्ल्ड रेस का आकर्षण यही है ।यह रेस न सिर्फ शरीर व मंसूबे को मजबूत करती है ,बल्कि जहाजरानी के दौरान खिलाडियों की खराब मौसम व विभिन्न आपात स्थितियों से निपटने की क्षमता भी बढाती है ।

चालू साल की प्रतियोगिता में सिंगापुर से छिंग ताओ जाने वाली चीनी खिलाडिन तू ली रास्ते में गंभीर रूप से निर्जलीकरण की शिकार हो गई ।लेकिन सुदृढ मंसूबे के कारण तू ली प्रतियोगिता से नहीं हटी और अंत में उस ने अपने साथियों के साथ इस दौर की यात्रा सफलतापूर्वक पूरी की ।इस रेस में हिस्सा लेने से इस के खेल प्रति तीन चीनी खिलाडियों की समझ और गहरी हुई है। इस रेस के संस्थापक सर रोबिन ने कहा था कि अगर संभव हो ,तो हर व्यक्ति को जहाजरानी का अनुभव लेना चाहिए ।यह तुम्हारे जीवन को बदल सकता है ।यान शिन मिन ने कहा कि प्रतियोगिता के बाद उसे इस वाक्य की गहराई समझ में आयी है ।

सर रोबिन ने 17वर्ष की आयु में जहाजरानी शुरू की ।जब वे पहली बार समुद्र में गये ,उन को स्वतंत्रता का गहरा एहसास हुआ ,जिसे वे अब तक नहीं भूले हैं .पचास साल से अधिक का समय बीत चुका हैं ।जहाजरानी में सर रोबिन की रूच कम नहीं हुई है।वे अकसर कहते हैं कि सब से रोमांचक जहाजरानी अगली बार होगी ।वर्ष 2007 में 68 वर्षीय सर रोबन ने सिंगल यॉट राउंड वर्ल्ड प्रतियोगिता में भाग लिया और सफलतापूर्वक यह यात्रा पूरी की ।इस यात्रा का हवाला देते हुए श्री रोबिन ने यॉट के आकर्षण के बारे में बताया,यह यात्रा बहुत दिलचस्प रही है ।क्योंकि हम ने एक नयी यॉट का इस्तेमाल किया और उस की गति बहुत तेज रही । एक बार हम को बडी तेज हवा का सामना करना पड़ा । हमारी बोट लगभग उड गयी । यह सचमुच रोमांचक था।

अपने अनुभव की चर्चा करते हुए सर रोबिन के चेहरे पर सुख व संतोष दिखाई दिया ।

दोस्तो ,यॉटिंग चीन में शुरूआती दौर से गुजर रही है ।चीनी खिलाडियों को एक लंबा रास्ता तय करना होगा ।लेकिन वर्ष 2008 पेइचिंग ऑलंपिक के कारण अधिकाधिक चीनी लोग समुद्र व अपने को चुनौती देने वाले इस खेल में भाग लेंगे.