वर्ष 2008 तिब्बती बौद्ध धर्म के लाराम्पा गेशी डिगरी की परीक्षा 24 तारीख को तिब्बत के जोखान मठ में आयोजित हुई । तिब्बत के जेपांग मठ, सेरा मठ और गानडान मठ के कुल चार भिक्षुओं ने लारामपा गेश की डिगरी प्राप्त कर ली ।
लाराम्पा गेशी तिब्बती बौद्ध धर्म के डगे-लूग्स-पा संप्रदाय के भिक्षुओं के लिए सर्वोच्च उपाधि है, जो आधुनिक शिक्षा व्यवस्था में डॉक्टर की उपाधि के बराबर है । तिब्बती बौद्ध धर्म का हरेक भिक्षु इसे पाना अपना सर्वोच्च लक्ष्य मानता है ।
चीनी बौद्ध धर्म संघ की तिब्बती शाखा के प्रधान, जीवित बुद्ध दुप्खांग थूप्डेनकेडूप ने वर्ष 2008 तिब्बती बौद्ध धर्म के लारामपा गेश की उपाधि का गौरव प्राप्त चार भिक्षुओं को बधाई संदेश भेजा, उन्हें सफेद हाता अर्पित किया और लारामपा गेश का प्रमाण-पत्र दिया ।
पता चला है कि वर्ष 2005 में तिब्बती बौद्ध धर्म की लारामपा गेश परीक्षा प्रणाली की बहाली हुई, तबसे 22 भिक्षुओं को यह गौरव प्राप्त हो चुका है ।