2008-02-19 11:49:57

तिब्बती पंचांग के वसंतोत्सव की खुशियां

तिब्बती पंचांग के अनुसार जनवरी की पहली तारीख को सुबह परिवार के सब लोग जल्दी उठते हैं । वे नई तिब्बती पोशाक पहनकर परम्परागत तिब्बती पकवान खाते हैं । इस के बाद वे महाबुद्ध की पूजा करने मठ जाते हैं। घर वापस लौटने के बाद परिवार के सभी सदस्य साथ एकसाथ गाना गाते हैं और क्वोच्यांग नृत्य करते हैं । सब लोग घर में बनी जौ की शराब पीते हैं । तिब्बती पंचांग के अनुसार जनवरी माह में लोग क्रमशः रिश्तेदारों के यहां जाते हैं । आज एक के घर पार्टी है, तो कल दूसरे के घर। सब लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं और आनंद के साथ त्योहार मनाते हैं ।

तिब्बती पंचांग का नया साल ल्हासा के उपनगर यांगदा कांउटी के यांगदा गांव में स्थित तिब्बत बंधु प्यानबा और उस के परिवार के लिए भारी विशेषता का है । पहले प्यानबा और परिवारजन एक बहुत छोटे से मकान में रहते थे । घर में बहुत अंधेरा रहता था । इधर के सालों में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की सरकार ने सुरक्षित रिहायशी मकान परियोजना लागू की और इस का फ़ायदा उठा कर प्यानबा और परिवारजनों के साथ नए मकान में आ बसे। इस के अलावा स्वायत्त प्रदेश सरकार ने भत्ते के रूप में उन्हें बीस हज़ार य्वान प्रदान किए । तिब्बती बंधु प्यानबा ने कहा:

"पहले हमारा जीवन स्तर अच्छा नहीं था । नए साल के दौरान हम आलू और गोभी आदि साधारण सब्ज़ी खाते थे । घर में फ्रिज़ न होने के कारण अनेक खाद्य पदार्थ सुरक्षित नहीं रह सकते थे । लेकिन आज स्थिति बदल गई है। हम कुछ दिन पहले अनेक किस्म वाली सब्ज़ियां खरीद कर फ्रिज़ में सुरक्षित रखते हैं । घर में सब तरह का फर्नीचर है । त्योहार के दौरान अच्छा खाना खाते हैं । पहले हमारे गांव में सिर्फ़ एक ही सफेद-काला टी.वी. था । गांव वासियों को इसे देखने के लिए पैसे देने पड़ते थे । लेकिन आज हर परिवार में अपना टी.वी. है । कुछ समय पूर्व हमारे यहां केबल लाइन भी खुल गयी ।अब अनेक स्टेशनों के प्रोग्रामों का मज़ा ले सकते हैं , यहां तक कि विदेशी समाचार भी देख सकते हैं । इस से हम गांव वासी ज्यादा मज़ा ले सकते हैं और हमारा सांस्कृतिक जीवन और विविधतापूर्ण हो गया है।"

प्यानबा का दस वर्षीय बेटा तानजङ वांगत्वे एक प्यारा लड़का है । घर में साल ब साल परिवर्तन को देखते हुए उसे बहुत आनंद आ रहा है। नए साल के मौके पर तानजङ वांगत्वे ने अपने पिता जी के सामने अपनी मांग भी पेश की।

"नए मकान में आने के बाद हमारे घर ने दो टी.वी.सेट खरीदे और घर में अनेक खूबसूरत नया फ़र्निचर आया । मुझे बहुत अच्छा लगता है। नए साल में मेरी आशा है कि बाबा मेरे लिए नए कपड़े खरीद सकेंगे और त्योहार की खुशियां मनाने के लिए और ज्यादा पटाखे खरीदेंगे ।"

आने वाला नया साल चीनियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है । तिब्बती बंधुओं की आशा है कि वर्ष 2008 पेइचिंग ऑलंपिक खेल समारोह के दौरान विदेशी दोस्त तिब्बत की ज्यादा जानकारी लेंगे । थांगका चित्र बेचने वाली तिब्बती दुकानदार सुश्री बाईयांग ने कहा:

"वर्ष 2008 हमारे देश के लिए ऑलंपिक वर्ष है ।मुझे लगता है कि इस वर्ष तिब्बत की यात्रा करने आने वाले पर्यटकों विशेषकर विदेशी पर्यटकों की संख्या वर्ष 2007 से बढ़ेगी । मेरी आशा है कि हमारी तिब्बती जाति की थांगखा चित्र कला को दुनिया की जनता से अवगत कराया जाएगा । उन्हें तिब्बती परम्परगत कला की ज्यादा जानकारी दी जाएगी । मुझे लगता है कि मेरा व्यापार और अच्छा होगा । कामना है कि हमारा देश और सारी दुनिया की जनता विशेष कर विदेशों में रह रहे हमारे तिब्बती बंधु सुखमय जीवन बिताएं, और नया साल मुबारक हो । मैं पवित्र शहर ल्साहा में आप लोगों को शुभकामनाएं देती हूँ कि आप सब लोग स्वस्थ रहें और सुखमय हों ।"