सात फरवरी चीनी लोगों का परम्परागत उत्सव वसंतोत्सव है । इस के साथ ही तिब्बती पंचांग के अनुसार नया साल भी आ गया है। आज के इस लेख में आप मेरे साथ जाएंगे तिब्बती पठार पर, और महसूस करेंगे तिब्बती नए साल की खुशियां ।
तिब्बत की राजधानी ल्साहा स्थित थांग खा चित्र बेचने वाली दुकान में प्रवेश करते ही हमारे संवाददाता को नए साल का माहौल महसूस हुआ। दुकानदार सुश्री बाईयांग व्यापार के काम में व्यस्त हैं और इस के साथ ही नए साल को मनाने के लिए खाने-पीने की और आवश्यक चीज़ें खरीद रही हैं । उन्होंने कहा कि तिब्बती जाति दिसम्बर माह से ही नए साल को मनाने की तैयार करने लगती है । उन का कहना है:
"आम तौर पर कहा जाए, तो तिब्बती लोग अपने परिवार की स्थिति के अनुसार तिब्बती पंचांग के अनुसार दिसम्बर से ही नया साल मनाने की तैयारी करने लगते हैं । हमारे तिब्बती पंचांग का नया साल बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है । सर्वप्रथम हम परिवारजनों के लिए नई तिब्बती पौशाक बनाते हैं । इस के बाद बीफ खरीद कर परम्परागत खाद्य पदार्थ बनाते हैं । तिब्बती पंचांग के अनुसार दिसम्बर की 29 तारीख को हम नूडल्स और तिब्बती खाना कुतू खाते हैं ।"
सुश्री बाईयांग के अनुसार कुतू आटा, बीफ़, मक्का व सब्ज़ी आदि से बना एक किस्म का तिब्बती पकवान है, जिस में लकड़ी, मिर्च और ऊन आदि नौ किस्मों वाले चीज़ें भी डलती हैं । नए साल की पूर्व वेला में परिवार के सभी सदस्य एक साथ मिल कर कुतू खाते हैं । जो व्यक्ति जिस भी चीज को खाए उसे तुरंत बताना होता है कि खाने में उस के हिस्से में क्या आया। अगर सफेद पत्थर उस के खाने में आया , तो मतलब है कि उस का दिल बहुत साफ है । अगर सफेद ऊन खाने में आई , तो मतलब है वह आदमी बहुत नम्र है । अगर मिर्च खाने में निकली, तो मतलब है कि वह सही बात कहता है । अगर फली खाने में मिली , तो अर्थ है कि वह बहुत लचीला आदमी है । अगर किसी को नमक मिला, तो दूसरे लोग उस से मज़ाक करते हैं । अगर किसी ने मांस वाली चीज़ खाई , तो इस व्यक्ति को सज़ा मिलती है, उसे बिल्ली व कुत्ते की नकल कर उन की आवाज़ निकालनी पड़ती है । इस प्रकार की गतिविधि बहुत मज़ाकिया है, जिस से तिब्बती लोग हंसते हुए नए साल का स्वागत करते हैं ।
तिब्बती पंचांग के अनुसार नए साल का प्रथम दिन तिब्बती लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है । नए साल के प्रथम माह में रिश्तेदार एक दूसरे के घर आ-जा कर एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं । नए साल के प्रथम दिन सुबह परिवार की मालिक सर्व प्रथम उठती है । वह घर के पास की नदी से जा कर ताज़ा पानी लाती है । ताजा पानी लाने से परिवार में साल भर खुशियां रहती हैं । थांग खा चित्र बेचने वाली तिब्बती बंधु सुश्री बाई यांग ने जानकारी देते हुए कहा:
"तिब्बती पंचांग के अनुसार जनवरी की पहली तारीख को सुबह परिवार के सब लोग जल्दी उठते हैं । वे नई तिब्बती पोशाक पहनकर परम्परागत तिब्बती पकवान खाते हैं । इस के बाद वे महाबुद्ध की पूजा करने मठ जाते हैं। घर वापस लौटने के बाद परिवार के सभी सदस्य साथ एकसाथ गाना गाते हैं और क्वोच्यांग नृत्य करते हैं । सब लोग घर में बनी जौ की शराब पीते हैं । तिब्बती पंचांग के अनुसार जनवरी माह में लोग क्रमशः रिश्तेदारों के यहां जाते हैं । आज एक के घर पार्टी है, तो कल दूसरे के घर। सब लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं और आनंद के साथ त्योहार मनाते हैं ।"
सुश्री बाई यांग ने जानकारी देते हुए कहा कि नए साल के प्रथम माह में महिलाएं एक साथ मिल कर विभिन्न प्रकार के तरीके अपनाकर पुरूषों का खाना छीनती हैं । पुरूष इस का विरोध नहीं कर सकते । इस प्रकार की गतिविधि से युवती और युवक के बीच मैत्री बढ़ती है और प्रेम की भावना पैदा होती है । रात को युवा चरवाहे आग के इर्गगिर्द घेरे में नाचते हुए लोक गीत गाते हैं।
सुश्री बाई यांग ने कहा कि चालू वर्ष उन के लिए भारी महत्व का है। उन्होंने कहा:
"इस वर्ष मेरी आशा है कि व्यापार और अच्छा होगा । मैं पच्चीस साल की होने वाली हूं । नए साल के लिए मेरी कामना है कि परिवार के लोग सुखमय हों, स्वस्थ रहें और अमनचैन हो । इस साल मैं तिब्बती मठों में प्रार्थना के लिए जाउंगी और परोपकार के काम करुगीं ।"
सुश्री बाई यांग का छह साल का बच्चा छ्यूनित्योचेह प्राइमरी स्कूल में पहली कक्षा का छात्र है । नए साल के लिए उस ने भी अपनी आशा व्यक्त की :
"मेरा नाम है छ्यूनित्योचेह , मैं छह वर्ष का हूँ और प्राइमरी स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ता हूँ । इस साल परीक्षा में मेरे 95 अंक आए । अध्यापक ने मुझे सफेद हादा और पुरस्कार प्रदान किया । इस के साथ ही माता-पिता ने मुरी प्रशंसा की । मैं नए साल में जापानी कार्टून की कहानी ऑटमैन का वीडियो कैसेट खरीदना चाहता हूँ और आशा करता हूँ कि माता पिता मेरे लिए ज्यादा पटाखे खरीदेंगे । नए साल के त्यौहार पर मैं खूब खेलता हूँ ।"
इस लेख का दूसरा भाग अगली बार प्रस्तुत होगा, कृप्या इसे पढ़े । (श्याओ थांग)