2008-02-14 10:19:17

वसंत त्यौहार के उपलक्ष्य में पेइचिंग जैसे बड़े शहरों के पार्कों में परम्परागत मेले भी आयोजित किये जाते हैं

वसंत त्यौहार के दिन यानी चीनी पंचांग के पहले माह के प्रथम दिन बड़े-छोटे सभी नये कपड़े पहने मेहमानों का सत्कार करते हैं और एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हैं। वसंत त्यौहार के उपलक्ष्य में पेइचिंग जैसे बड़े शहरों के पार्कों में परम्परागत मेले भी आयोजित किये जाते हैं। ऐसे मेलों में लोकनृत्य, सिंह नृत्य और अन्य प्रकार की रंगा-रंग गतिविधियां लोगों को अपनी ओर खींच ही लेती है।

चीनी लोगों में वसंत त्यौहार की पूर्ववेला यानी बारहवें माह की अंतिम रात जाग कर गपशप करते या मनोरंजक गतिविधियां करते हुए गुजार कर नव वर्ष के स्वागत की परम्परा भी प्रचलित है। पहले नव वर्ष के आगमन पर लोग पटाखे छोड़ते थे और रंग-बिरंगी आतिशबाजी भी करते थे। पर अब जन सुरक्षा और प्रदूषण से बचने के लिए पेइचिंग जैसे बड़े शहरों के शहरी क्षेत्रों में पटाखों व आतिशबाजी पर रोक लगा दी गई है। पर ग्रामीण क्षेत्रों में पटाखों के साथ आतिशबाजी भी छोड़ी जाती है। वसंत त्यौहार के दिन यानी चीनी पंचांग के पहले माह के प्रथम दिन बड़े-छोटे सभी नये कपड़े पहने मेहमानों का सत्कार करते हैं और एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हैं। वसंत त्यौहार के उपलक्ष्य में पेइचिंग जैसे बड़े शहरों के पार्कों में परम्परागत मेले भी आयोजित किये जाते हैं। ऐसे मेलों में लोकनृत्य, सिंह नृत्य और अन्य प्रकार की रंगा-रंग गतिविधियां लोगों को अपनी ओर खींच ही लेती है।

पेइचिंग शहर में ती थान परम्परागत मेला इसी शहर के प्रसिद्ध मेलों में से एक है । इस परम्परागत मेले में विविधतापूर्ण लोकप्रिय परम्परागत मनोरंजक गतिविधियां आयोजित की जाती हैं । ती थान पार्क 1530 में स्थापित हुआ , इस का कुलक्षेत्रफल कोई 40 से अधिक हैक्टर विशाल है और वह तत्कालीन चीनी सामंती सम्राटों का भूमि देवता की पूजा करने का स्थल रहा था । ती थान मेले की संयोजन कमेटी के चांग चिन सुंग ने इस मेले का परिचय देते हुए कहा ( आवाज 2-----)

ती थान मेला एक आधुनिक लोककलात्मक चित्रण कहा जा सकता है , प्राचीन चीढ़ व देवदार पेड़ों के बीच लाल दीवारों व हरे खपरैलों से निर्मित पुराने प्रार्थना भवन दिखाई देते हैं , भवनों के बीच सड़कों के दोनों किनारों पर भीड़ लगी रहती है और रंगारंग माल व विशेषताओं से युक्त स्थानीय पकवान देशी विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर खिंच लेते हैं । खासकर विदेशों पर्यटकों को इस रंगीन मेले में चीनी परम्परागत सांस्कृतिक माहौल का आभास महसूस हो सकता है ।

चालू वर्ष में ती थान मेला 6 से 13 फरवरी तक लगा रहता है । मेले के दौरान हर सुबह भूमि देवता की पूजा करने का अभिनय किया जाता है , इस अभिनय में फिर एक यह दृश्य तरोताजा हो जाता है कि कोई सौ साल पहले के छिंग राचवंश काल के राजाओं द्वारा देश व जनता की सुरक्षा और शानदार फसलों के लिये जमीन देवता की पूजा किस तरह की जा रही थी ।

नए साल के आगमन पर ती थान मेले में चूहे की आकृतियों वाली हस्तशिल्प की वस्तुएं और खिलौने भी धड़ल्ले से बाजार में उतरे हैं, जो लोगों के आकर्षण का केन्द्र बन गये हैं। बहुस से लोग उन्हें शुभ मानकर खुले हाथ से उनकी खरीद करने से खुद को नहीं रोक पा रहे हैं। जी हां , 2008 औलम्पिक खेल समारोह को ध्यान में रखकर ती थान मेले में खासकर बहुत सी संबंधित प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती है । श्री चांग चिन सुन ने कहा ( आवाज 3---)

2008 वर्ष चीन का ओलम्पिक वर्ष रहा है , पेइचिंग के तुंग छंग डिस्ट्रिक्ट में ओलम्पियाड की बोक्सिंग प्रतियोगिता होगी । हम ने समय से पहले ओलम्पियाड प्रतियोगिता का माहौल महसूस करने देने के लिये बोक्सिंग मंच खड़ा कर दिया , पर्यटक अपनी इच्छा से मंच पर व्यवसायिक खिलाड़ियों से प्रशिक्षण ले सकते हैं और उन के साथ प्रतियोगिता भी कर सकते हैं ।

जन जीवन स्तर की उन्नति के साथ चीनी लोग अब परंपरागत तरीकों से इस त्योहार की खुशियां मनाने के अतिरिक्त स्केटिंग जैसे खेल खेलने जाते हैं और विदेशों का पर्यटन भी करते हैं।

चीन एक बहुजातीय देश है। यहां हान जाति के अलावा और 55 अल्पसंख्यक जातियां भी रहती हैं। हालांकि वे अपनी अलग भाषाएं, लिपियां और रीतियां बनाये रखे हुए हैं, पर उन का अधिकांश वसंत त्यौहार की खुशियां भारी धूमधाम से मनाता है।