हाल के वर्षों में चीन का तिब्बत स्वायत्त प्रदेश पारिस्थितिकी ऊर्जा के विकास की सक्रिय कोशिश कर रहा है और गोबर गैस, सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा आदि का जोरदार विकास कर रहा है।
आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में कुल 1 लाख 25 हजार लोग गोबर गैस और 25 लाख से ज्यादा लोग सौर ऊर्जा चूल्हे का उपयोग कर रहे हैं। इस के अलावा पवन ऊर्जा के ज़रिए विद्युत उत्पादन के छोटे संस्थापनों के विकास में भी जोर लगाया जा रहा है। पुनः प्रयोग वाली ऊर्जा से न सिर्फ पारिस्थितिकी पर्यावरण और किसानों व चरवाहों की जीवन गुणवत्ता में सुधार लाया गया है, बल्कि कृषि व पशुपालन के ढ़ांचे में भी सुधार को बढ़ावा दिया गया है, जिससे किसानों व चरवाहों की आय बढ़ी है। (ललिता)