2008-01-08 16:19:30

तिब्बती बंधु कसांगतुन्चू की कहानी

चीन में कुल 56 जातियां हैं , कुछ समय पूर्व आयोजित चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सत्रहवीं राष्ट्रीय कांग्रेस में भाग लेने वाले 2200 प्रतिनिधियों में से 200 से अधिक अल्पसंख्यक जातीय क्षेत्रों से आए थे । आज के इस लेख में आप को एक तिब्बती बंधु का परिचयदिया जाएगा, जो क्रमशः चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की पंदरहवीं, सोलहवीं और सत्रहवीं राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिनिधि बने । वे हैं चीन के युननान प्रांत की जातीय मामला समिति के प्रधान कसांगतुन्चू ।

दीछिंग जिला दक्षिण पश्चिमी चीन के युननान प्रांत का एक तिब्बती जातीय स्वायत्त प्रिफैक्चर है, जो चीन में बहुत मशहूर है । यह प्रिफेक्चर विश्व भर में सुप्रसिद्ध रहस्यमय स्थल शांगकरिला से घनिष्ठ जुड़ा हुआ है । दीछिंग का प्राकृतिक दृश्य बहुत सुन्दर है, जहां बर्फीले पहाड़, आदिम जंगल, हरा भरा घास मैदान और स्वच्छ झील जगह जगह देखने को मिलते हैं । तिब्बती जाति के अलावा यहां लीसू जाति, नाशी जाति, ई जाति , बाई जाति और ह्वी जाति समेत 12 जातियां साथ-साथ रहती हैं । हर वर्ष लाखों देशी विदेशी पर्यटक यहां सैर सपाट के लिए आते हैं ।

लेकिन आप नहीं जानते होंगे कि आज से दस से ज्याद साल पूर्व, दीछिंग के बुनियादी संस्थापन बहुत पिछड़े थे और असुविधापूर्ण यातायात ने इस जिले के विकास को बाध्य कर दिया था । इस की याद करते हुए श्री कसांगतुन्टू ने कहाः

" एक दिन मैं अपने परिवारजनों के साथ खुनमिंग हवाई अड्डे के पास एक घंटे से ज्यादा समय तक खड़े निहारते रहे थे । हवाई अड्डे पर विमान उतरते उड़ते थे । मेरी बेटी ने मुझ से पूछा कि बापा, आप क्यों विमानों को उड़ते उतरते देख रहे हैं ?मैं ने जवाब दिया कि भविष्य में हम भी अपनी जन्मभूमि में एक हवाई अड्डे का निर्माण करेंगे ।"

वर्ष 1991 में दिछिंग प्रिफेक्चर के अध्यक्ष के रूप में श्री कसांगतुन्चू अध्ययन सर्वेक्षण कार्य के लिए युन्नान प्रांत की राजधानी खुनमिंग शहर गए, एक दिन वे अपने परिवार जनों को लेकर हवाई जहाज देखने के लिए विशेष तौर पर खुनमिंग हवाई अड्डे जा पहुंचे । अपनी जन्मभूमि की यातायात स्थिति को बदलना कसांगतुन्चू और दिछिंग की विभिन्न जातीय जनता की समान अभिलाषा था ।

खुनमिंग हवाई अड्डे पर कसांगतुन्चू ने अपने संकल्प को दृढ़ कर दिया कि एक न एक दिन दीछिंग में भी विमान उतरेगा । दिछिंग चीन के यूननान, सछ्वान और तिब्बत स्वायत्त प्रदेश को जोड़ने वाला संगम क्षेत्र है, जहां को भौगोलिक स्थिति अच्छी होने के कारण प्राकृतिक दृश्य भी बहुत खूबसूरत है और पर्यटन संसाधन प्रचूर है । अगर विमान इस जिले तक आएगा, तो खुनमिंग से दिछिंग तक सिर्फ़ पचास मीनट लगेगा, वरना गाड़ी से दो या तीन दिन का समय लगता है । यातायात स्थिति को सुधारने के बाद यहां विकास का सुअवसर जरूर मिलेगा ।

कसांगतुन्चू के दिछिंग प्रिफैक्चर में हवाई अड्डे का निर्माण करने का संकल्प लोगों की समझ में नहीं आया । कुछ लोगों का कहना था कि दिछिंग में कोई भी समतल मार्ग नहीं मिलता है , तो यहां हवाई अड्डे का निर्माण कैसे किया जा सकता ? कुछ लोगों का कहना था कि दिछिंग की जनसंख्या सिर्फ़ तीन लाख है, हवाई अड्डा इस के लिए काम की चीज नहीं होगा । लेकिन कसांगतुन्चू अपने संकल्प से नहीं हटे । वे बार-बार संबंधित विभागों से दिछिंग में हवाई अड्डे के निर्माण के महत्व का व्याख्यान करते रहे । उन्होंने दिछिंग में सर्वेक्षण के लिए विशेषज्ञों को आमंत्रित किया । अथक कोशिशों के बाद तिछिंग हवाई अड्डे के निर्माण का प्रस्ताव अंत में पारित किया गया ।

हवाई अड्डे के निर्माण से दिछिंग के विकास ने छलांग लगाया है । वर्ष 1991 में दिछिंग आने वाले पर्यटकों की संख्या दस हज़ार से कम थी , सारे जिले की वित्तीय आय सिर्फ़ चार करोड़ चीनी य्वान थी । लेकिन वर्ष 1999 में हवाई अड्डे के प्रयोग में आने के बाद तत्काल ही दिछिंग ने 11 लाख 20 हज़ार पर्यटकों का सत्कार किया था और पर्यटन से आय 54 करोड़ य्वान प्राप्त हुई ।

कसांगतुन्चू का जन्म दिछिंद तिब्बती स्वायत्त प्रिफेच्र की चोंगत्येन काउंटी के एक गरीब तिब्बती जातीय गांव में हुआ । इस तरह अपनी जन्मभूमि के प्रति उन की गहरी विशेष भावना संजोए हुई है । घर बहुत गरीब होने के कारण उन्होंने अच्छी तरह प्राइमरी स्कूली व मिडिल स्कूली शिक्षा नहीं ली । नौकरी हासिल करने के बाद उन्हों विश्वविद्यालय की शिक्षा ली थी। स्नातक होने के बाद वे कदम ब कदम स्थानीय सरकारी नेता बन गए ।

कसांगतुन्चू को गहन रूप से मालूल है कि सत्तारूढ़ पार्टी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के एक सदस्य और स्थानीय सरकारी नेता के रूप में स्थानीय पिछड़पन को दूर करना और जनता को खुशहाली पहुंचाना उन का कर्तव्य है ।