चीन के तिबब्त स्वायत्त प्रदेश अलगे साल ईधन के रूप में लकड़ियों की जगह पुनरूत्पादनीय ऊर्जा द्वारा ली जाने में 2 करोड़ 40 लाख य्वान लगाएगा,ताकि नई किस्म के उर्जा के विकास संबंधी परियोजना पर निर्माण-कार्य शुरू हो जाए और अधिक किसानों व चरवाहों को सौर्य ऊर्जा और जैव ऊर्जा जैसे पुनरूत्पादनीय ऊर्जा का फायदा प्राप्त हो सके।
लम्बे अरसे से तिब्बत में शहरवासी विशेषकर किसान एवं चरवाहे मुख्यतः सूखी लकड़ियों और गोबर का इधन के रूप में इस्तेमाल करते रहे हैं।इस से स्थानीय वानिकी व पारिस्थितिक पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ा है।इस के मद्देनजर तिब्बत स्शासक सरकार ने निर्णय लिया है कि वह कोई 10 सालों के भीतर पूरे प्रदेश में सौर ऊर्जा,जैव ऊर्जा और भू-ताप ऊर्जा आदि साफ-स्वच्छ ऊर्जा के प्रयोग को लोकप्रिय बनाने की कोशिश करेगी,ताकि ईंधन के रूप में लकड़ियों व घास-भूसों के प्रयोग पर स्थानीय लोगों की निर्भरता को कम किया जाए।
सूत्रों के अनुसार अब तक तिब्बत में करीब 10 हजार किसान-परिवारों को साफ-स्वच्छ ऊर्जा के प्रयोग का लाभ मिला है।