पेइचिंग ओलिंपिक के सफल आयोजन के लिए अनेक स्टेडियमों के निर्माण की आवश्कता होगी ।अगर ओलिंपिक के बाद उन का प्रयोग न हो पाया ,तो सामाजिक संसाधनों का बडा अपव्यय होगा ।इस स्थिति से बचने के लिए पेइचिंग ने ओलिंपिक स्टेडियमों का डिजाइन तैयार करने के दौर से ही वर्ष 2008 के बाद इन स्टेडियमों के इस्तेमाल पर बडा ध्यान दिया है ।