वर्ष 2015 में Astrakhan में कमल नामक एक विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र की आधिकारिक स्थापना हुई। यह रूस संघीय सरकार द्वारा अनुमोदित आद्योगिक उत्पादन आधारित आर्थिक क्षेत्र है, जिसमें मुख्य रूप से जल-जहाज से जुड़े उपकरण और कैस्पियन समुद्र में तेल एवं प्राकृतिक गैस के दोहन वाले उपकरण बनाए जा रहे हैं। इस आर्थिक क्षेत्र के प्रभारी Sergey Milushkin ने कहाः
' बीते एक साल में हमने कम से कम 20 चीनी उद्यमों के साथ विचार-विमर्श किया। अब हम कह सकते हैं कि चीनी उद्यमी हमारे यहां की परियोजनाओं में रूचि रखते हैं। हम उनके आगमन का स्वागत करते हैं। Astrakhan एक दुर्लभ परिवहन-जेक्शन है। इसलिए यहां बनने वाले सभी उत्पाद इस जेक्शन से चीन, कजाकिस्तान, ईरान और यूरोप के विभिन्ने देशों तक पहुंचाए जा सकते हैं।'
Astrakhan शहर में सब से मशहूर प्राचीन अवशेष सफेद पत्थरों से बनी किलेबंदी—Astrakhan Kremlin है, जिसका निर्माण इसा 16वीं से 17वीं सदियों के बीच हुआ था। किलेबंदी पर 80 मीटर ऊंचा The cathedral bell tower एक प्रमुख स्थानीय प्रतीक है। 16वीं,17वीं सदियों में Astrakhan दक्षिण रूस का अग्रिम मोर्चा था और रूस को कैस्पियन समुद्रतटीय देशों से जुड़ने वाला प्रमुख जेक्शन था। कारवां के आने-जाने से वहां के व्यापार का विकास हुआ और विभिन्न संस्कृतियों को आपस में घुल-मिल होने की प्रेरणा मिली। 16वीं सदी में भारत, फारस और अरमेनिया से व्यापारियों ने यहां आकर दुकानें खोलनी शुरू कीं। अल्पकाल में ही उन के अपनी-अपनी विशेषता वाले ह़ॉल और धार्मिक स्थल एक के बाद एक बनाए गए। विभिन्न वास्तुशैलियो में बने ये प्राचानी मकान आज भी Astrakhan शहर के केंद्र में स्थित सोवियत सड़क की दोनों ओर मजबूती से खड़े हुए हैं। पर्यटक यहां घूमते हुए इन की अलग-अलग कहानियां सुन सकते हैं। इतिहास ने इन मकानों पर अपने अलग-अलग निशान छोड़े हैं।