ह्वांगय्वान काऊंटी में दीया बनाना एक पुराना धंधा है। जमाना बदलने के चलते इसमें लोगों को खासकर युवा लोगों को दिलचस्पी कम होती जा रही है। इस मूल्यवान धंधे को विरासत में कैले आगे ले जाए? इसके लिए स्थानीय सरकार ने एक योजना बनाई, जिसके अनुसार हर साल दो बार विशेष ट्रेंनिंग-कक्षाए चलाई जाती हैं। जो लोग दीया बनाने की कला सीखना चाहते हैं, वे कक्षाओं में भर्ती हो सकते हैं। कक्षाएं चलाने का सभी खर्च सरकार उठाती है। यांग ज़नग्वे दीया बनाने में सर्वमान्य मास्टर हैं। वे इन कक्षाओं में शिक्षा देने वाले प्रमुख अध्यापक हैं। उन्होंने कहा कि अतीत की स्थिति को देखा जाए, तो एक कक्षा में छात्रों की आसत सख्या 50 है।
ह्वांगय्वान काऊंटी में दीया बनाने की कला को सरकार की ओर से अभौतिक सांस्कृतिक अवशेष का दर्जा दिया गया है। इसलिए इस कला के संरक्षण की बड़ी कोशिशें हो रही हैं। विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि यह कला अपनी मनमोहक विशेषता से पीढ़ी-दर-पीढ़ी सुरक्षिक रहेगी।