ह्वांगय्वान काऊंटी में वसंतोत्सव के समय हर परिवार के लिए सब से महत्वपूर्ण बात है दीपकों की प्रदर्शनी देखना। प्रदर्शनी देखने के दौरान मां-बाप बच्चों को दीया से जुड़ी कहानियां सुनाते हैं। इस काऊंटी के इतिहास में कलमबद्ध है कि पिछली शताब्दी के 20वें दशक में दीयाकला का विकास अपने चरम पर था। उस समय वसंतोत्सव मनाने के लिए हर 10 मीटर पर एक पंक्ति में दीपक रखे जाते थे। उन की रोशनी रात को दिन में तबदील करते थे।
ह्वांगय्वान काउंटी में दीया बनाने की कला तीन पहलुओं पर आधारित है। एक पहलु गिलास और लकड़ी। दूसरा, चित्रकला और तीसरा, दीया। हमारे संवाददाता ने कहा कि उनकी नजर में गिलास और लकड़ी के बाक्स पर होने वाली नक्काशी और चित्रकारी सब से ध्यानाकर्षक है। ये नक्काशी और चित्रकारी सब के सब किंबदतियों और लोककथाओं पर आधारित हैं। सब से कीमती दीपक-बोक्स गिलास के साथ चमड़े और रेशमी कपड़े से बनता है। खूबसूरत दीया बनाने से स्थानीय लोगों ने जन्मभूति के प्रति अपना प्रेम और सुंदर जीवन के प्रति अपनी आशा व्यक्त की है।