Web  hindi.cri.cn
दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में चीन-भारत आदान प्रदान का नया रूप नज़र आया
2016-01-11 14:22:54 cri

एक दूसरे के पास जाकर ही आपसी समझ बढ़ेगी और एक दूसरे की मांग भी मालूम होगी। भारतीय मानव संसाधन और विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि भारत और चीन के बीच साहित्यिक और सांस्कृतिक आदान प्रदान में नया रूप नज़र आ रहा है। उनका कहना है:"अभी तेज़ हवा चल रही थी, कुछ लोग चिंतित हैं। लेकिन मैं कहना चाहती हूँ कि परिवर्तन की नयी हवा हमारे दोनों देशों में चल रही है। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने भारत की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ करार किया कि अतिथि देश के रूप में चीन 2016 दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में भाग लेगा। अब कागज़ पर लिखित यह करार वास्तविक मानविकी आवाजाही बन गई है।"

भारत स्थित चीनी राजदूत ल यूछंग ने कहा कि चीन और भारत के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान घनिष्ठ हो रहा है। उनका कहना है:"मुझे विश्वास है कि भारत में चीनी भाषा की लोकप्रियता जरूर आगे बढ़ेगी। इससे दोनों देशों के बीच प्रकाशन उद्यगों के बीच सहयोग को लगातार प्रेरित शक्ति और महत्वपूर्ण विकसित मौका मुहैया करवाया जाएगा।"

चीन में कहावत है कि दस हज़ार पुस्तकें पढ़ने के बाद पांच हज़ार किलोमीटर की यात्रा करना चाहिए। राजदूत ल यूछंग ने कहा कि पिछले साल चीन में भारतीय पर्यटन वर्ष का कार्यक्रम आयोजित हुआ। दोनों देशों में एक दूसरे देश की यात्रा करने वालों की संख्या पहली बार 10 लाख से अधिक हो गई। इस साल भारत में चीनी पर्यटन वर्ष मनाया जाएगा। आशा है कि और अधिक भारतीय लोग चीन का दौरा करेंगे और चीनी संस्कृति महसूस करेंगे। (श्याओ थांग)


1 2 3 4 5
आप  की  राय  लिखें
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040