चीनी मंडप और भारतीय स्तूप के संयोग से बना मंडपनुमा पगोडा एकमंजिला होता है। ऐसे पगोडों का निर्माण सुडं राजवंश के बाद धीरे-धीरे समाप्त हो गया।
पगोडा के तीन हिस्से होते हैं---आधार, मुख्य संरचना और शीर्ष। शीर्ष सामान्यतः पगोडा का लघुरूप होता है, जिसके ऊपर भव्य मस्तूल बना होता है।