आठवें दशक के अंत में चीनी सरकार ने सुधार व खुला द्वार नीति अपनायी। देहातों में खेतीबारी की जिम्मेदारी व्यवस्था लागू की गई, कारखानों में ठेका व्यवस्था चालू की गई, विदेशी उन्नत तकनीक, साज-सामान व प्रबंध अनुभव आयात किया गया और विदेशी व्यापारियों को चीन में कारोबार चलाने की इजाजत दी गई। यही वजह है कि चीन के देहातों व शहरों में अभूतपूर्व परिवर्तन हुआ। अर्थतंत्र का विकास हुआ और राजनीतिक जीवन में जनवादी प्रक्रिया तेज हुई। पत्र-पत्रिकाओं में खुलेआम महत्वपूर्ण राजनेताओं की अच्छाई-बुराई की समीक्षा होने लगी। पहले इस संबंध में सोचा भी नहीं जा सकता था।
अब थ्येनआनमन द्वार औपचारिक रूप से आम निवासियों के लिए खोल दिया गया है। साधारण पर्यटक टिकट लेकर इस द्वार के ऊपर चढ़ सकते हैं। यह एक संकेत है कि चीन में बंद द्वार व जड़ता की स्थिति खत्म हो रही है और वह एक नए ऐतिहासिक दौर में प्रवेश कर रहा है।