हरे भरे टापू नानवान झील को अत्येंत खूब सूरत बना देते हैं, यह अनुपम प्राकृतिक दृश्य देखकर मन बड़ा खुश होता है, विदेशी पर्यटक भी इस अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य पर मोहित हो जाते हैं। चेक से आये इरी यहां के प्राकृतिक दृश्य से बहुत प्रभावित हुए हैं।
उन का कहना है कि मुझे चीन आये हुए चार साल हो गये हैं, पर पहली बार होनान प्रांत आया हूं। मुझे मालूम है कि नानवान झील इसी क्षेत्र का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। मुझे बड़ी खुशी हुई है कि आज यहां घूमने का मौका मिला है। क्योंकि मेरी जन्मभूमि किसी बड़े शहर में न होकर एक प्राकृतिक परिवेश से भरे पर्यटन स्थल में ही है, इसलिये मुझे लगता है कि मानो अपने घर में ही लौट आया। यहां का वातावरण बहुत सुंदर व ताजा है , मेरे घर जैसा है। बाद में यदि मौका मिलेगा, मैं जरूर एक बार फिर घूमने आऊंगा।
आज के पर्यटकों के लिये प्राकृतिक सौंदर्य को आंखें भर कर देखना नाकाफी है, वे विशेष स्थानीय व्यंजन चखने पर भी संतुष्ट हो जाते हैं । शिनयांग न सिर्फ अपनी ऐतिहासिक व सांस्कृतिक विशेषताओं से पर्यटकों को अपनी ओर खिंच लेता है, बल्कि यहां का सांसारिक रीति रिवाज भी अलग ढंग का है, जिस में आहार संस्कृति बहुत चर्चित है। शिनयांग शहर के प्रशासनिक क्षेत्र में कुल 8 कांऊटियां व दो डिस्ट्रिक्ट शामिल हैं , इन क्षेत्रों में अपनी अपनी विशेष आहार विशेषताएं देखने को मिलती हैं। मसलन इन क्षेत्रों में बत्तख, मुर्गी, मछली से तैयार स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजन बहुत लोकप्रिय हैं।
शिनयांग शहर की खुशबूदार हरी चाय, मुर्गे सिर जैसी चोटी व नानवान झील के दर्शनीय प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ लेने और स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजन चखने के बाद आज का यह कार्यक्रम भी समाप्त हो गया है।