चीन और भारतः  साझा हितों के आधार पर सहयोग करें 

चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने हाल में कहा कि चीन और भारत को एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करना चाहिए। साथ ही, दोनों देशों के बीच संबंधों को सीमा मुद्दे से परिभाषित नहीं किया जाना चाहिए, और विशिष्ट मतभेदों को दोनों देशों के बीच संबंधों की समग्र स्थिति को प्रभावित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। वास्तव में, चीन ने हमेशा दोनों देशों के बीच संबंधों का स्वस्थ और स्थिर विकास को बढ़ावा देने के लिए कोसिश कर रहा है। पर अगर भारत में कुछ व्यक्ति चीन के खिलाफ सख्त रुख अपनाकर अमेरिका को खुश करने की कोशिश करते हैं, तो इससे किसी भी पक्ष के हित में नहीं है।

17-Mar-2025
चीनः  बुजुर्गों की देखभाल करने वाले रोबोट का जोरदारों पर विकास

हाल ही में, चीनी राजधानी पेइचिंग की स्थानीय सरकार ने अपनी एक एआई प्रौद्योगिकी विकास योजना में यह प्रस्तुत किया कि 2027 के अंत तक एआई और रोबोटिक्स में 100 प्रमुख प्रौद्योगिकियों का विकास करेगा, रोबोट उद्योग श्रृंखला के बुनियादी स्थानीयकरण को पूरा करेगा और एक ट्रिलियन-स्तरीय औद्योगिक क्लस्टर की स्थापना करेगा। यह योजना न केवल सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर प्रौद्योगिकियों का विकास से संबंधित है, बल्कि भविष्य की पारिवारिक सेवाओं, बुजुर्गों की देखभाल, विकलांगता सहायता, चिकित्सा देखभाल आदि को भी व्यापक रूप से प्रभावित करेगी।

16-Mar-2025
मानवाधिकार का असली अर्थ क्या है?

मानवाधिकार कुछ पश्चिमी राजनेताओं का पसंदीदा विषय है, और यह एक ऐसा तर्क भी है जिसका इस्तेमाल वे अक्सर चीन और भारत जैसे विकासशील देशों की आलोचना करने के लिए करते हैं। लेकिन, वास्तव में मानवाधिकार क्या है, इस पर अलग-अलग लोगों के अलग-अलग विचार हैं। कुछ पश्चिमी राजनेताओं की नज़र में बहुदलीय चुनाव, सत्ता का चक्र और मीडिया की स्वतंत्रता मानवाधिकार ही हैं। लेकिन दुनिया के कई विकासशील देशों के लिए बुनियादी जीवनयापन, चिकित्सा सर्विस, रोज़गार, शिक्षा, और सेवानिवृत्ति सुविधाएँ आदि का मानवाधिकार सार्थक है। हालांकि, ये बुनियादी मानवाधिकार अमेरिका सहित विकसित देशों में सभी लोगों को प्राप्त नहीं हैं।

11-Mar-2025
प्रतिभाओं का सही प्रशिक्षण करें, प्रतिभाओं का सही उपयोग करें

प्रतिभा निस्संदेह विश्व विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास में सबसे मूल्यवान और निर्णायक कारक है। लेकिन, प्रतिभा क्या है इसपर अस्पष्ट अवधारणा है। क्या उच्च शैक्षणिक योग्यता और अच्छे परीक्षा अंक वाले लोग अनिवार्यतः प्रतिभाशाली होते हैं? यह सच्च नहीं है। वास्तव में, प्रतिभा की स्थिति भी एक गतिशील अवधारणा है। ठीक उसी तरह जैसे एक एथलीट को सबसे अच्छे परिणाम उन वर्षों में मिलते हैं जब वह अपने चरम पर होता है। इसलिए, प्रतिभाओं को स्थिर दृष्टिकोण से देखने के बजाय, ऐसा वातावरण बनाने पर ध्यान केंद्रित करना बेहतर है, जो प्रतिभाओं के उद्भव, विकास और भूमिका अदा करवाने के लिए अनुकूल हो।

08-Mar-2025
सार्वभौमिक मूल्य की अवधारणा उतनी सार्वजनिक नहीं है

तथाकथित "सार्वभौमिक मूल्य" एक ऐसा शब्द है जिसका व्याख्यान पश्चिमी राजनेता ऐसे करते हैं कि इसमें लोकतांत्रिक व्यवस्था, मानवाधिकार अवधारणाएँ आदि शामिल हैं, जो पश्चिम के "सभ्य व न्याय" का आधार बन गए हैं। वे राजनीति, जनमत और शिक्षा जैसे विभिन्न तरीकों से दुनिया को ऐसे मूल्यों का निर्यात करते हैं, और वे अपने खुद को सभ्यता और न्याय के मालिक मानते हैं। लेकिन, जो नैतिक मूल्य है वह विभिन्न देशों के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विकास का स्वाभाविक उत्पाद है। विभिन्न देशों को पश्चिमी मूल्यों को स्वीकार करने और उन्हें एकमात्र सही मूल्य मानने के लिए मजबूर करना बेतुका है।

07-Mar-2025
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