सूचो में अद्भुत खगोलीय दृश्य: सूर्य के चारों ओर इंद्रधनुषी घेरा

16:24:11 2025-05-22
बुधवार, 21 मई को पूर्वी चीन के च्यांगसू प्रांत के सूचो शहर में एक दुर्लभ और मनोरम दृश्य देखने को मिला। बारिश के बाद आकाश साफ होने पर सूर्य के चारों ओर एक चमकीला और रंगीन इंद्रधनुषी घेरा प्रकट हुआ। इस अद्भुत नजारे को देखकर स्थानीय निवासी अचंभित रह गए और कई लोगों ने इसे अपने कैमरों में कैद कर लिया। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह इंद्रधनुषी चक्र एक वायुमंडलीय ऑप्टिकल घटना है, जिसे 'सन हेलो' कहा जाता है। यह तब घटित होता है जब सूर्य या चंद्रमा की रोशनी बादलों में मौजूद षट्कोणीय बर्फ के क्रिस्टलों से गुजरती है और विक्षेपित या अपवर्तित हो जाती है, जिससे आकाश में एक रंगीन वलय दिखाई देता है।
बुधवार, 21 मई को पूर्वी चीन के च्यांगसू प्रांत के सूचो शहर में एक दुर्लभ और मनोरम दृश्य देखने को मिला। बारिश के बाद आकाश साफ होने पर सूर्य के चारों ओर एक चमकीला और रंगीन इंद्रधनुषी घेरा प्रकट हुआ। इस अद्भुत नजारे को देखकर स्थानीय निवासी अचंभित रह गए और कई लोगों ने इसे अपने कैमरों में कैद कर लिया। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह इंद्रधनुषी चक्र एक वायुमंडलीय ऑप्टिकल घटना है, जिसे 'सन हेलो' कहा जाता है। यह तब घटित होता है जब सूर्य या चंद्रमा की रोशनी बादलों में मौजूद षट्कोणीय बर्फ के क्रिस्टलों से गुजरती है और विक्षेपित या अपवर्तित हो जाती है, जिससे आकाश में एक रंगीन वलय दिखाई देता है।
बुधवार, 21 मई को पूर्वी चीन के च्यांगसू प्रांत के सूचो शहर में एक दुर्लभ और मनोरम दृश्य देखने को मिला। बारिश के बाद आकाश साफ होने पर सूर्य के चारों ओर एक चमकीला और रंगीन इंद्रधनुषी घेरा प्रकट हुआ। इस अद्भुत नजारे को देखकर स्थानीय निवासी अचंभित रह गए और कई लोगों ने इसे अपने कैमरों में कैद कर लिया। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह इंद्रधनुषी चक्र एक वायुमंडलीय ऑप्टिकल घटना है, जिसे 'सन हेलो' कहा जाता है। यह तब घटित होता है जब सूर्य या चंद्रमा की रोशनी बादलों में मौजूद षट्कोणीय बर्फ के क्रिस्टलों से गुजरती है और विक्षेपित या अपवर्तित हो जाती है, जिससे आकाश में एक रंगीन वलय दिखाई देता है।
बुधवार, 21 मई को पूर्वी चीन के च्यांगसू प्रांत के सूचो शहर में एक दुर्लभ और मनोरम दृश्य देखने को मिला। बारिश के बाद आकाश साफ होने पर सूर्य के चारों ओर एक चमकीला और रंगीन इंद्रधनुषी घेरा प्रकट हुआ। इस अद्भुत नजारे को देखकर स्थानीय निवासी अचंभित रह गए और कई लोगों ने इसे अपने कैमरों में कैद कर लिया। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह इंद्रधनुषी चक्र एक वायुमंडलीय ऑप्टिकल घटना है, जिसे 'सन हेलो' कहा जाता है। यह तब घटित होता है जब सूर्य या चंद्रमा की रोशनी बादलों में मौजूद षट्कोणीय बर्फ के क्रिस्टलों से गुजरती है और विक्षेपित या अपवर्तित हो जाती है, जिससे आकाश में एक रंगीन वलय दिखाई देता है।
बुधवार, 21 मई को पूर्वी चीन के च्यांगसू प्रांत के सूचो शहर में एक दुर्लभ और मनोरम दृश्य देखने को मिला। बारिश के बाद आकाश साफ होने पर सूर्य के चारों ओर एक चमकीला और रंगीन इंद्रधनुषी घेरा प्रकट हुआ। इस अद्भुत नजारे को देखकर स्थानीय निवासी अचंभित रह गए और कई लोगों ने इसे अपने कैमरों में कैद कर लिया। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह इंद्रधनुषी चक्र एक वायुमंडलीय ऑप्टिकल घटना है, जिसे 'सन हेलो' कहा जाता है। यह तब घटित होता है जब सूर्य या चंद्रमा की रोशनी बादलों में मौजूद षट्कोणीय बर्फ के क्रिस्टलों से गुजरती है और विक्षेपित या अपवर्तित हो जाती है, जिससे आकाश में एक रंगीन वलय दिखाई देता है।
बुधवार, 21 मई को पूर्वी चीन के च्यांगसू प्रांत के सूचो शहर में एक दुर्लभ और मनोरम दृश्य देखने को मिला। बारिश के बाद आकाश साफ होने पर सूर्य के चारों ओर एक चमकीला और रंगीन इंद्रधनुषी घेरा प्रकट हुआ। इस अद्भुत नजारे को देखकर स्थानीय निवासी अचंभित रह गए और कई लोगों ने इसे अपने कैमरों में कैद कर लिया। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह इंद्रधनुषी चक्र एक वायुमंडलीय ऑप्टिकल घटना है, जिसे 'सन हेलो' कहा जाता है। यह तब घटित होता है जब सूर्य या चंद्रमा की रोशनी बादलों में मौजूद षट्कोणीय बर्फ के क्रिस्टलों से गुजरती है और विक्षेपित या अपवर्तित हो जाती है, जिससे आकाश में एक रंगीन वलय दिखाई देता है।