3 दिसंबर को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन ने एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस की मेज़बानी की।
एक रिपोर्टर के इस सवाल पर कि अगर ब्रिक्स देश अमेरिकी डॉलर की जगह लेने वाली मुद्रा बनाने की अपनी योजना नहीं छोड़ें, तो अमेरिका ब्रिक्स देशों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा।
इसके जवाब में लिन च्येन ने कहा कि उभरते बाजारों और विकासशील देशों के बीच सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में ब्रिक्स देश, खुलेपन और समावेशी और उभय जीत सहयोग की वकालत करते हैं और शिविर टकराव में शामिल नहीं होते हैं या तीसरे पक्ष को लक्षित नहीं करते हैं। ब्रिक्स देशों का लक्ष्य साझा विकास और सार्वभौमिक समृद्धि हासिल करना है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चीन ब्रिक्स भागीदारों के साथ मिलकर विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग को गहरा करना चाहता है, ताकि विश्व अर्थव्यवस्था के निरंतर और स्थिर विकास में अधिक योगदान दिया जा सके।
(आलिया)