चित्रकार श्यू पेईहोंग और महान कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर के बीच दोस्ती
2014-09-10 13:46:56 cri
उन्होंने इस चित्र में प्राचीन नीति कथा की भावना के अनुसार, यह चित्र बनाया था, चित्र से जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध में चीनी राष्ट्र के अवश्य ही विजय होनी का दृढ़ मनोबल व्यक्त किया गया था। चित्र में अनेक व्यक्तियों के चित्र, भारतीय मांडलों से बनाये गये थे। इस का कारण बताते हुए उन्होंने कहा भारत में प्रवास के जौरान, उन्होंने कोई 50 चीनी परम्परागत शैली वाले चित्र, तेल चित्र या स्कैच बनाये थे। उन के कुछ चित्र आज भी विश्व भारती के स्मृति भवन में प्रदर्शित हैं। विश्व भारती की पत्रिका के विशेषांक में श्यू पेईहोंग की अनेक श्रेष्ठ रचनाएं छापी गई थी।
चित्र कारिता के अलावा, वे कविताएं भई लिखते थे। भारत के सुन्दर प्राकृतिक दृश्यों के लिए उन्होंने अनेक कविताएं भी लिखी।