चित्रकार श्यू पेईहोंग और महान कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर के बीच दोस्ती
2014-09-10 13:46:56 cri
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वर्ष उन्नीस सौ अड़तीस के बाद पढ़ने पढ़ाने के लिए भारत जाने वाले चीनी विद्वानों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती गई थी। जिन में छन हेन शन, छांग रन श्या, चिन ख मू और वू श्याओ लिन आदि विद्वान सब से मशहूर थे। कुछ विद्वान, चीन भारत सोसाइटी के माव्यस से और कुछ तो अन्य माध्ययमों के जरिए भारत गये थे। तब तक भारत जाने के माध्ययम पहले से कहीं उचिक हो चुके थे।
सुप्रसिद्ध चित्रकार श्यू पेईहोंग महान कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर के निमंत्रण पर पढ़ाने के लिए विश्वभारती गये थे। वर्ष उन्नीस सौ उन्नतालीस में भारत पहुंचे थे और शान्तिनिकेतन के विश्व भारती में रहने लगे थे। गरमी की छुट्टियों में डार्जिलिन में रहते थे। उन्होंने भारत के अनेकों अनेक रचनाओं का ग्रमण किया था। सन उन्नीस सौ एक तालीस में उन्होंने भारत को छोड़ दिया ।