रेशम मार्ग की यात्रा
ल्वो यांग
ह नान प्रांत का ल्वो यांग शहर चीनी राष्ट्र की सभ्यता के उद्गम स्थलों में से एक है और चीन की चार प्राचीन राजधानियों में से एक भी। ल्वो यांग विश्व में मशहूर सांस्कृतिक शहर है और सदियों में चीन की सब से पुरानी राजधानी है, जो अपेक्षाकृत अधिक राजवंशों की राजधानी रह गयी थी। ल्वो यांग शहर का 3000 से ज़्यादा सालों का इतिहास और 800 सालों का राजधानी इतिहास है, जो"13 राजवंशों की राजधानी और 8 राजवंशों की सहायक राजधानी"से मशहूर है।
ल्वो यांग रेशम मार्ग का प्रस्थान स्थल था। पूर्वी हान राजकाल में सम्राट हान मिंग ती ने बेन छाओ को पश्चिमी क्षेत्रों की यात्रा करने के लिए भेजा जिससे लम्बे समय तक परित्यक्त हुआ रेशम मार्ग पुनः खुला था। उन्होंने प्रथम बार रेशम मार्ग को यूरोप यानी तत्कालीन रोमन साम्राज्य तक बढ़ाया। यह रेशम मार्ग की पूरी लाइन मानी जाती थी, यानि कि पूर्वी हान राजवंश के ल्वो यांग से प्रस्थान होकर सब से पश्चिम में तत्कालीन यूरोप के रोमन साम्राज्य तक पहुंचती थी। रोमन साम्राज्य के दूत भी प्रथम बार बेन छ्याओ द्वारा खोले गए रेशम मार्ग के रास्ते से पूर्वी हान राजवंश आए। उन्होंने ल्वो यांग में हान राजवंश के सम्राट से मुलाकात की। यह इतिहास में रोमन साम्राज्य व चीन के बीच प्रथम आवाजाही थी।