एक चीनी लेखक द्वारा लिखा एक वाक्यांश इस चल रही बहस का समर्थन करता है, "Pin-Jian-Fu-Qi-Bai-Shi-Ai" इसका अर्थ यह हुआ कि चाहे दो लोग एक-दूसरे से जितना मर्जी प्यार करते हो, आज नहीं तो कल वित्तीय कठिनाइयों के चलते शादी-शुदा जीवन बर्बाद हो ही जाता है। इस संबंध में उन्होंने महिलाओं के लिए यह कहा कि महज यथार्थवादी होने का यह मतलब नहीं कि आप कुछ बेच रही हैं या खरीद रही हैं, लेकिन आप यह सब बस इस नाते कर रही हैं कि आप अपनी सबसे अच्छी दोस्त हैं और खुद से प्यार करती हैं। लेकिन झांग झुदाओ, शांक्शी प्रांतीय अकादमी से एक समाजशास्त्री, इससे सहमत नहीं हैं।
"एक सुखी वैवाहिक जीवन की बुनियाद सच्चा प्यार और साझे मूल्य हैं। पैसा खुशियों की गारंटी नहीं है। यहां तक कि दंपती, जिनकी शुरूआत गरीबी से हुई थी, जब तक वे एक दूसरे से प्यार करते हैं और एक समान लक्ष्य की दिशा में एक साथ काम करते हैं, वे अंततः एक खुशहाल,सुखी और अमीर परिवार बन ही जाएगा।"
पच्चीस वर्षीय जियांग ली, अब भी अपने लिए मिस्टर राइट की तलाश में हैं। उनका मतलब उससे है जो पैसे और प्यार का परफेक्ट कॉम्बीनेशन हैं।
"प्यार और भोजन एक स्थिर शादी के लिए समान महत्व रखती हैं। अगर आप सिर्फ पैसे के लिए शादी कर रहे हैं, तो आपको लगता है आप खुद को बेच रहे हैं। और अगर आप केवल प्यार में पड़ शादी कर रहे हैं तो 5 या 10 सालों में आप महसूस करने लगते हैं कि केवल प्यार आपके घर की ई.एम.आई नहीं देता, फोन,गैस, बिजली या पानी के बिल का भुगतान नहीं कर सकता। तो मैं कामना करती हूँ कि मेरी शादी जिस से हो वह कसमों-वादों के आदान-प्रदान के साथ पैसे और प्यार भी दे।"