सम्राट छिन शरहुँहाग 13 साल की उम्र में गद्दी पर बैठने के बाद ही अपने लिए ली शान पहाड़ की तलहटी पर मकबरा बनवाने लगा। तत्कालीन छह राज्यों को खत्म कर चीन का एकीकरण करने के बाद उस ने देश भर से 7 लाख श्रमिकों को मकबरा के निर्माण में डाले, पचास साल की उम्र में उस की मृत्यु के समय तक मकबरे के निर्माण में कुल 37 साल के समय लगे। छिन शरहुँहाग मकबरा का कुल क्षेत्रफल 56 वर्ग किलोमीटर है, मकबरे का तल्ला चतुर्कोणी है, जो उत्तर-दक्षिण में 350 मीटर लम्बा, पूर्व-पश्चिम में 345 मीटर चौड़ा और 76 मीटर ऊंचा है। मकबरे की सकल तस्वीर पिरामिड जैसी है। चीनी पुरातत्वकर्ताओं ने मकबरे के सर्वेक्षण से मकबरे के चारों बगलों में सम्राट के साथ दफनाई गई वस्तुओं के 500 गढ़ों, समाधियों और मकबरे के निर्माताओं के कब्रों का पता लगया है। इन गढ़ों में छिन शरहुँहाग के रणरथ के रूप में कांस्य अश्व रथ गढ़ा, शाही अश्व बाड़ा के रूप में अश्व बाड़ा गढ़ा तथा छिन राजवंश की शक्तिशाली सेना के रूप में मिट्टी की यौद्धा व अश्व मुर्ति फौज गढ़ा शामिल हैं। छिन शरहुँहाग मकबरे की विशाल यौद्धा व अश्व मुर्ति फौज विश्व का आठवां आश्चर्य कहलाती है। उसका पता संयोग से चला था। वर्ष 1974 में स्थानीय किसानों ने कुआ खोदने का काम किया, खुदाई से बड़ी मात्रा में मिट्टी की मुर्ति के टुकड़े प्रकाश में आए। गांववासी इन टुकडों का महत्व नहीं जानते थे और उसे फेंक देना चाहते थे, लेकिन सौभाग्य की बात थी कि उस समय स्थानीय सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण के काम में लगे एक कार्यकर्ता भी मौके पर था। मिट्टी की मुर्ति के टुकड़े देख कर उसकी समझ में आया कि यह असाधारण खोज है। उसने तुरंत इसकी रिपोर्ट काउंटी की सांस्कृतिक अवशेष ब्यूरो को दी। इसके बाद विश्व को अचंभे में डालने वाली छिन राजवंश की विराट यौद्धा अश्व मुर्ति सेना खुदाई से प्रकट हुई।
अब तक खुदाई से उपलब्ध हुई मिट्टी की यौद्धा मुर्तियों की संख्या 500, काष्ठ रणरथों की संख्या 18 और मिट्टी की अश्व मुर्तियों की संख्या 100 से ज्यादा दर्ज हुई हैं। मिट्टी की यौद्धा मुर्ति लम्बाई में 1.8 मीटर ऊंची है, आकृति सजीव है और भावभंगिमा विचित्र है। इससे छिन राजवंश की मुर्ति कला का उत्तम स्तर प्रतिबिंबित हुआ है। छिन राजवंश की यह मुर्ति कला विश्व के विभिन्न देशों में शीघ्र ही लोकप्रिय हो गई, बहुत से विदेशी यात्री हजारों किलोमीटर दूर से छिन राजवंश की यौद्धा व अश्व मुर्ति सेना देखने चीन आते हैं। कुछ देशों के राजनीतिक नेताओं ने चीन की यात्रा के सुअवसर से सीआन शहर जाकर छिन राजवंश की मिट्टी यौद्धा अश्व मुर्ति सेना देखने का मौका नहीं छोड़ा। पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति रॉनाल्ड रीगन ने उसे मानव का महान करिश्मा बताया।