मौजूदा मेले में चीन-दक्षिण एशिया वाणिज्य मंच, उत्पादों की खरीदारी सम्मेलन, चीन-दक्षिण एशिया आर्थिक और व्यापारिक मंच, दक्षिण एशिया मैत्रीपूर्ण संगठन मंच समेत 18 सूत्रीय कार्यक्रम आयोजित हुए।
भारतीय निर्यात संघ वर्तमान मेले के भारतीय प्रदर्शकों का आयोजक है। इस संघ के अध्यक्ष रफ़ीक अहमद ने कहा कि युन्नान चीन और दक्षिण एशिया के बीच जोड़ने वाला एक बल बनना चाहिए। यह व्यापार और पर्यटन क्षेत्रों में दोनों पक्षों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग के अनुकूल है। युन्नान की संस्कृति में बहुत सी बातें भारतीय संस्कृति से मेल खाती हैं, जिससे दोनों देशों की जनता के बीच मैत्री को आगे बढ़ाने में लाभदायाक है।
इस बार के मेले में भारतीय प्रदर्शनी हॉल 6 जून को सार्वजनिक किया गया। क्वांगचो स्थित भारतीय जनरल काउंसिल, भारतीय आयात निर्यात संयुक्त संघ के उप-महानिदेशक और भारतीय वाणिज्य मंत्रालय परिषद के सदस्य समेत विभिन्न क्षेत्रों के व्यक्तियों ने इस समारोह में भाग लिया।
श्री रफ़ीक अहमद ने कहा कि मौजूदा मेले के भारतीय प्रदर्शनी हॉल में विविधतापूर्ण भारतीय वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं। चीनी प्रधानमंत्री ली ख छ्यांग की भारत यात्रा से दोनों देशों के संबंध प्रगाढ़ हुए हैं। यात्रा के दौरान चीन और भारत ने व्यापारिक संधियों पर भी हस्ताक्षर किए हैं, जिससे द्विपक्षीय व्यापारिक सहयोग बढ़ेगा। आने वाले 5 वर्षों में चीन और भारत के बीच व्यापारिक वृद्धि जारी रहेगी। द्विपक्षीय व्यापारिक राशि 70 अरब अमेरिकी डॉलर से 1 खरब अमेरिकी डॉलर के पार पहुंचेगी।