मित्रों, सौ से अधिक विश्वविद्यालय छात्र मौजूदा मंच में उपस्थित हुए। उन्होंने चीन और भारत के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान, आर्थिक और व्यापारिक आवाजाही और द्विपक्षीय कूटनीतिक संबंधों को लेकर गहन रूप से विचारों का आदान-प्रदान किया। चीनी जन वैदेशिक मैत्री संघ के उप-प्रधान फ़ङ चोखु ने मौजूदा मंच के प्रति आशा जताते हुए कहा:
"मुझे विश्वास है कि मौजूदा मंच चीनी और भारतीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को आपस में आदान-प्रदान करने का मंच मुहैया कराएगा। आशा है कि दोनों देशों के विद्यार्थी मंच में जो कहना चाहते हैं, तो कह सकेंगे। पारस्परिक आदान-प्रदान में एक दूसरे से सीख सकेंगे, एक दूसरे की समझ बढ़ाएंगे, ताकि सक्रिय और रचनात्मक फल प्राप्त हो सके। आशा है कि इस मंच में उपस्थित सभी चीनी और भारतीय विद्यार्थी एक दूसरे को समझ कर मैत्री बढ़ाएंगे।"
मित्रों, चीन-भारत संबंधों का विकास युवाओं के हाथ में है। दोनों देशों के युवा एक साथ मिलकर आगे बढ़ेंगे, तो एशिया यहां तक कि विश्व का भविष्य और उज्ज्वल होगा।