अप्रैल 1994 में चीन को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने औपचारिक रूप से संपूर्ण इंटरनेट उपलब्धता वाला देश माना। लगभग दो दशक बाद चीन में इंटरनेट का तेज़ी से विकास हो रहा है। विशेषकर इधर के सालों में नेटीजनों की संख्या बढ़ने और माइक्रो ब्लॉग जैसे नए सोशल नेटवर्किंग के चलन ने चीनी लोगों की दुनिया बदल सी गई है। वे इसके ज़रिए अपने जीवन और समाज में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं।
साल 2009 के अंत में माइक्रो ब्लॉग के चीनी इंटरनेट की दुनिया में आने के बाद लोगों ने इसका स्वागत किया। क्योंकि माइक्रो ब्लॉग के विषय सरल व स्पष्ट होते हैं, ऐसे में उन्हें सीधे जारी किया जा सकता है, और कम समय में ही माइक्रो ब्लॉग ने तमाम लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है। लोग हर समय हर वक्त पर मोबाइल फोन के जरिए माइक्रो ब्लॉग लिख सकते हैं। यहां तक कई लोग अब इसकी गिरफ्त में आ चुके हैं, कहने का मतलब है कि वे अपनी लाइफ माइक्रो ब्लॉग के साथ जी रहे हैं।
माइक्रो ब्लॉग पर मैं ज्यादा समय खर्च करता हूं। कभी-कभार मेट्रो में भी मोबाइल फोन पर माइक्रो ब्लॉग पढ़ता हूं। इसके ज़रिए मैं अपने दोस्तों के बारे में जानकारी हासिल कर पाता हूं। कुछ समय मैं माइक्रो ब्लॉग पर ट्वीट कर दोस्तों को बाहर खेलने का निमंत्रण भी देता हूं। इतना ही नहीं हॉट विषयों पर भी अपनी नज़र रखता हूं। जब भी कोई घटना या कार्यक्रम होता है, तो मैं जल्द ही इसकी खबर पा लेता हूं।
चीनी इंटरनेट सूचना केंद्र द्वारा जुलाई 2012 में जारी 30वीं चीनी इंटरनेट विकास रिपोर्ट से जाहिर है कि इस वर्ष की शुरुआत तक चीन में माइक्रो ब्लॉग यूजर्स की संख्या 27.4 करोड़ तक पहुंच चुकी है, जिनमें 50.9 प्रतिशत नेटीजन हैं। जबकि मोबाइल फोन के जरिए इसका इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या 17 करोड़ है। चीनी जन विश्वविद्यालय के न्यूज अकादमी के उप प्रधान, चीनी जन विश्वविद्यालय के लोकमत संस्थान के प्रधान प्रोफेसर य्वू क्वोमींग के अनुसार माइक्रो ब्लॉग का चलन इसलिए बड़ी तेज़ी से बढ़ रहा है, क्योंकि इस पर लोग बड़ी आसानी से अपनी राय जाहिर कर पाते हैं।