हालांकि इस एयरपोर्ट के निर्माण के दौरान मुश्किलें भी सामने आयी। नये हवाई अड्डे से केवल 12 किमी. की दूरी पर 8 तीव्रता का भूकंप आया । ऐसे में इस एयरपोर्ट की भूकंप रोधी क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। गत् 90 के दशक से युन्नान प्रांत ने इमारतों के लिए भूकंप रोधी तकनीक का अनुसंधान करना शुरू किया और 2008 के अंत में बड़ी उपलब्धि हासिल हुई। अब इस भूकंप रोधी तकनीक को नये हवाई अड्डे में इस्तेमाल किया गया है। बताते हैं कि इस तकनीक के सहारे बड़ा भूकंप आने के बावजूद नए एयरपोर्ट को बहुत ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचेगा।
आर्थिक व सामाजिक विकास के साथ साथ खुनमिंग न केवल दुनिया का मशहूर पर्यटन शहर बन चुका है, बल्कि दक्षिण पूर्व एशिया व दक्षिण एशिया की ओर चीन का द्वार भी है। नये एयरपोर्ट ने खुनमिंग व दुनिया की दूरी को कम किया है। गत् 28 जून को एक यादगार मौका आया, जब छांगश्वेई अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का औपचारिक इस्तेमाल शुरू हुआ। खुनमिंग के मेयर जांग जूलिन बड़े गर्व से कहते हैं, अब खुनमिंग का नया एयरपोर्ट चीन का चौथा बड़ा एयरपोर्ट बन चुका है। बाद में यहां विश्व के सबसे बड़े एयर-बस 380 विमान भी उड़ान भर या उत्तर सकते हैं। भविष्य में लोग खुनमिंग से विश्व के विभिन्न जगहों का दौरा कर सकेंगे।
(श्याओयांग)