आजकल विमान परिवहन न केवल यातायात का एक अहम साधन है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था के वैश्विक रूप लेने का भी महत्ववूर्ण रास्ता है। इस साल 28 जून 2012 को चीन के चौथे बड़े एयरपोर्ट ---खुनमिग छांगश्वेई अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण पूरा हो गया। दक्षिण पश्चिम चीन के महत्वपूर्ण शहर होने के नाते इस नये हवाई अड्डे के बनने के बाद इस शहर में व्यापक बदलाव आएगा।
गौरतलब है कि 11 दिसंबर, 2007 2007 को चीन सरकार के समर्थन से खुनमिंग हवाई अड्डे का निर्माण शुरू हुआ। क्योंकि यह खुनमिंग के ग्वैनडू ज़िले के दाबैन कस्बे की छांगछ्वेई गांव में स्थित है, इसलिए इस नये हवाई अड्डे के नाम छांगश्वेई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा रखा गया। खुनमिंग हवाई अड्डे के कमांड मुख्यालय के प्रमुख वू फैन ने बताया,
हमने कुल मिलाकर 7.2 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में इमारतें और दो रनवे का निर्माण करवाया है। दोनों रनवे की लम्बाई क्रमशः 4000 व 4500 मीटर है। ये चीन के हवाई अड्डों में सबसे लम्बे व अच्छे रनवे हैं। जिन पर एयर-बस 380 विमान सहित दुनिया के विभिन्न बड़े विमान उड़ान भरने व उतरने में सक्षम हैं। हवाई अड्डे में माल का भाड़ा, हवाई खाद्य पदार्थों, आपातकालीन केंद्र संबंधित उपकरण और कस्टम व सुरक्षा कार्यालय आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं।
यहां बता दें कि खुनमिंग में पहले पुराना वू चा बा हवाई अड्डा था, जो शुरू में एक सैन्य हवाई अड्डा था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान वह चीनी वायु सेना व मित्र देश अमेरिकी वायु सेना का प्रमुख अड्डा व कमांड मुख्यालय था। बाद में इसका तीन बार पुनःनिर्माण के बाद विस्तार किया गया, जो हर साल 1 करोड़ से ज्यादा यात्रियों का स्वागत कर सकता है। लेकिन शहर के केंद्र से नजदीक होने की वजह से उसका और विस्तार नहीं किया सकता था। इसलिए खुनमिंग की शहरी सरकार ने एक नये हवाई अड्डे के निर्माण का फैसला लिया।