वायु सेना में 9 साल की सेवा के दौरान, लियु यांग ने पांच तरह के जहाज चलाए, कुल मिलाकर 1680 घंटे सफलतापूर्वक उड़ान पूरी की। कई बार हवाई सैन्य अभ्यास और आपात स्थिति से बचाव कार्य में भी भाग ले चुकी है। वर्ष 2008 में वह दूसरे सैनिकों के साथ क्वी चो प्रांत में बाढ़ में आपात बचाव व राहत सेवा में भाग लेने के साथ-साथ 2009 के हांगचो में भी आपात राहत काम में भाग ले चुकी है। वर्ष 2010 में लियु यांग को महिला अंतरिक्ष यात्री के लिए चुना गया, उसी समय लियु यांग ने अपने सपने के अंतरिक्ष यान को देखा था।
जब मैं अंतरिक्ष यान शनचो-5, शनचो-6, शनचो-7 को देखा तो मेरी आंखें फटी की फटी रह गईं। मुझे बहुत गर्व महसूस हुआ, लेकिन मैं सोच भी नहीं पाई थी कि एक दिन मैं भी इसकी यात्री बनूंगी। उस समय जब अंतरिक्ष यात्री का चुनाव किया जा रहा था तो मैं दूसरे सदस्यों के साथ उन लोगों का ग्रुप फोटो ले रही थी , लेकिन उस समय मैं सोच भी नहीं पायी थी कि एक दिन उनके साथ मुझे भी अंतरिक्ष की यात्रा का मौका मिलेगा।
मई 2010 में लियु यांग औपचारिक तौर पर अंतरिक्ष यात्री दल में शामिल हो गई। उसके लिए सबसे ज्यादा सौभाग्य की बात यह थी कि उन्हें शनचो-9 का कार्यभार मिला था। अब उनके सामने 14 साल के ट्रेनिंग काम को इन 2 सालों में पूरा करना था। उसके बारे में लियु यांग कहती है कि प्रशिक्षण का काम बहुत ज्यादा था। मुझे लगता है कि यहां पर जानकारी का सागर था। इस दल में शामिल होने के बाद यहां का जीवन बिल्कुल वयस्त और कड़ा नियमित था। काम का भार भी भारी था और प्रशिक्षम का बोझ भी। इन दो सालों में मैं यहां से बाहर कभी नहीं गई। कभी भी बाहर खरीददारी के लिए नहीं गई, कभी आलसी से सो भी नहीं पाई। इन दो सालों की दिनचर्या वयस्तता से भरी हुई थी।
अंतरिक्ष यात्री को आठ तरह के अभ्यास से गुजरना पड़ता है जिसमें शारिरिक, अंतरिक्ष में रहन-सहन, मानसिक, अंतरिक्ष का तकनीकी अभ्यास शामिल होता है। इन आठ अभ्यासों में भी तरह-तरह के अभ्यास जुड़े हुए हैं जिससे सभी अंतरिक्ष यात्री को पास करना पड़ता है। अभ्यास का स्तर और कठिनाई महिला होने के कारण कम नहीं हो सकता है, बल्कि पुरूष और महिला दोनों को समान रूप से शारिरिक और मानसिक अभ्यास दिया जाता है। इसके बारे में लियु यांग का कहना है कि हमलोगों का अभ्यास पुरूष अंतरिक्षयात्री की ही तरह होता है। उदाहरण के लिए अगर उन्हें 6 स्तर तक का अभ्यास करना होता है तो हमें भी यानि महिला अंतरिक्षयात्री को भी 6 स्तर तक का अभ्यास करना पड़ता है। क्योंकि अंतरिक्ष के वातावरण में महिला के होने से कोई परिवर्तन नहीं होता है इसलिए हमें समान रूप से अभ्यास करना पड़ता है।