इस साल के जून माह में चीनी अंतरिक्षयान शन चो की अंतरिक्ष यात्रा सारी दुनिया में चर्चा का विषय बनी रही है। लेकिन सबसे ज्यादा रोचक और बहुचर्चा का जो विषय था, वह प्रथम चीनी महिला अंतरिक्ष यात्री का था। चीन की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री होने का गौरव ह नान प्रांत से आई लियु यांग को मिला है। अंतरिक्ष में रहने के दौरान उनका दैनिक जीवन और अनुभव आश्चर्यजनक रहा है। तो आइए, आज के इस कार्यक्रम में हम आपको प्रथम चीनी महिला अंतरिक्ष यात्री से अवगत कराएंगे।
शन चो अंतरिक्ष यान मिशन के मुख्य कार्यकारी प्रभारी और अभियांत्रिकी विभाग के प्रमुख छांग वान छुएन ने जब घोषणा की कि, हमारे देश का थिएन कुंग नंबर 1 और शन चो अंतरिक्ष यानों का डॉकिंग सफलतापूर्वक संपन्न हो गया, तब वर्ष 2003 में प्रथम अंतरिक्ष यात्री से लेकर वर्ष 2005 में दो अंतरिक्ष यात्री की अंतरिक्ष यात्रा तथा 2008 में प्रथम चीनी अंतरिक्ष यात्री के अंतरिक्ष यान से बाहर निकलने तक सभी अंतरिक्ष यात्रियों के नाम लोगों के मानस पटल पर अंकित हो गए।
इन सभी हीरों की नाम सूची में, ह नान प्रांत से आयी महिला लियु यांग अंतरिक्ष में भ्रमण करने वाली पहली चीनी महिला अंतरिक्ष यात्री बन गई। जिससे समाज के सभी तबकों के लोगों का ध्यान उनकी तरफ आकर्षित हुआ। 29 जून 2012 को सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर भीतरी मंगोलिया के आमूकुलांग घास मैदान पर जब इस महिला अंतरिक्ष यात्री का विमान उतरा तो उसके चेहरे पर फैली मुस्कुराहट ने अंतरिक्ष में बिताए 13 दिनों की सारी कहानी कह डाली।
थिएन कुंग एक अंतरिक्ष यान में मुझे घर जैसा अनुभव हुआ जोकि बहुत आरामदायक था। मुझे अपने देश पर बहुत गर्व है।