वैसे प्यार को लेकर बार-बार चर्चा होती रहती है, कहा जाता है कि प्यार करते वक्त दिल एक अहम रोल अदा करता है। लेकिन अब नई रिसर्च में पता चला है कि प्यार करने के लिए केवल दिल ही नही बल्कि दिमाग भी जिम्मेदार होता है। शोध के अनुसार किसी से प्यार होने में मुख्य भूमिका दिमाग की होती है न कि दिल की।
यह अध्ययन स्टेट विश्वविद्यालय के लिए शोधकर्ताओं ने किया। यदि समान्य भाषा में समझा जाए तो एक प्रेमी या प्रेमिका को अपने पार्टनर के लिए वैसी ही तड़प महसूस होती है जैसी मादक पदार्थ कोकीन का नशा करने वालों को कोकीन के लिए होती है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए दिमाग जिम्मेदार होता है न कि दिल। इसलिए जब आपको किसी से प्यार होता है तो वह दिमाग के कारण होता है और प्यार को पाने के लिए जो तड़प आप महसूस करते हैं उसके लिए दिमाग ही उकसाता है।
आप सुन रहे हैं चायना रेडियो इंटरनेशनल, मैं हूं अनिल, लीजिए अब पेश है प्रोग्राम का अंतिम सांग. काईट्स फिल्म से, बोल हैं दिल ये क्यों मेरा शोर करे....
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