चीनी वैलैंटाइन डे को चीनी भाषा में छीशी फेस्टीवल या छीछियाओ फेस्टीवल कहा जाता है। चीनी पौराणिक कथाओं के अनुसार हर वर्ष इसे एक चरवाह और बुनकर लड़की के मिलन की खुशी में बडे ही धुमधाम से मनाया जाता है। यह त्यौहार 7वें चंद्र मास के 7वें दिन आता है। इसे कभी-कभी डबल सातवां त्यौहार या फिर मैगपाई त्यौहार भी कहा जाता है। मैगपाई त्यौहार इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसकी पौराणिक कथा में मैगपाई चिड़ियों का बहुत बड़ा योगदान है। यह त्यौहार चीनी युवतियों के लिए काफी खास होता है। इस दिन लडके अपनी प्रेमिका के लिए फूल, चाकलेट, कीमती उपहार भेंट करते है, और रात को एक साथ डिनर करने बाहर जाते है।
इस त्यौहार का आधार च्रिनु और न्यूलांग की प्रेम कहानी है। च्रिनु एक बुनकर लडकी थी, जबकि न्यूलांग एक चरवाह था। यह त्यौहार हान राजवंश के समय से मनाया जाता रहा है, और ऐसा माना जाता है कि इसकी शुरूआत करीब 2600 साल पहले हुई थी। यहां तक कि जापान में ताना-बाता और कोरिया में चिल-सी-ओक भी इस त्यौहार से प्रभावित हैं।
यह साधारण कहानी च्रिनु और न्यूलांग के प्रेम पर आधारित है। च्रिनु और न्यूलांग का प्रेम स्वीकार्य नहीं था। दोनों को अलग करने के लिए सिल्वर नदी के अलग-अलग किनारों को चुना गया, परन्तु हर वर्ष 7वें चंद्र मास के 7वें दिन मैगपाई चिड़ियों का झुंड एक पुल के जरिए च्रिनु और न्यूलांग का मिलन करवाता है। हालांकि, इसके अतिरिक्त इससे जुडी अनेक कहानियां हैं, जिनमें से एक यह भी है।