वास्तव में यहां के किसानों को पता नहीं है कि 10 साल पहले, श्यान शी प्रांत का सेब ज्यादा प्रसिद्ध नहीं था। सेब नहीं बिकने के कारण यहां पर बहुत सारे किसानों ने अपने सेब के बगीचों को भी नष्ट कर दिया था।
श्यान शी प्रांत में सेब उत्पादन का इतिहास बहुत पुराना है, यहां पर सेब का उत्पादन चीन के हान राजवंश में ही शुरू हो चुका था। लेकिन सेब के पैदावार का विकास की प्रक्रिया बहुत धीमी रही है। नये चीन की स्थापना के शुरूआती दौर में, श्यान शी प्रांत में सेब के खेत का कुल क्षेत्रफल लगभग दस हजार एकड़ था, कुल सेब का उत्पादन भी लगभग 82 हजार टन था। अन्य कृषि उत्पादों में इसका अनुपात बहुत कम था। पिछली शताब्दी के चालीस के दशक में, श्यान शी प्रांत के छिन लिंग पहाड़ी क्षेत्र में सेब का विकास किया गया, कुछ समय के प्रयोग के बाद, 70 के दशक में श्यान शी में सेब उत्पादन क्षेत्र का फैलाव पठारी क्षेत्रों में भी किया गया।
श्यान शी सेब उत्पादन प्रबंधन विभाग के उप प्रबंधक लियु लिंग ने हमारे संवाददाता को परिचय देते हुए कहाः
70 के दशक में हमने श्यान शी के वेइ पेइ पहाड़ी क्षेत्रों में सेब उगाना शुरू किया तथा इस क्षेत्र में तैयार किए गए सेब के किस्म की लोगों और विशेषज्ञों ने खूब सराहना की। उसके बाद वेइ पेइ का समूचा पहाड़ी क्षेत्र सेब, नाशपाती, आड़ू व बादाम आदि के उत्पादन क्षेत्र के रूप में घोषित कर दिया गया।
लेकिन इतने विशाल क्षेत्र में सेब के उत्पादन के साथ कुछ नकारात्मक प्रभावों को भी साथ लेकर आया। बहुत सारे लोग 1995 की उस घटना को नहीं भूल सकते हैं जिसमें सेब बेचने वाला बाजार नहीं मिलने के कारण अधिकांश सेब पेड़ पर छोड़े गए थे और वहां गलने सड़ने दिया जाना पड़ा था। बहुत सारे किसानों ने बड़ी दुख के साथ अपने सेब के बाग को नष्ट कर डाला था। वह घड़ी किसानों के लिए किसी भयंकर विपदा से कम नहीं था। उस समय पूरे श्यान शी प्रांत में सेब के बाग का क्षेत्रफल 1.4 मिलियन एकड़ से घटकर 1 मिलियन एकड़ रह गया था। इस संख्या के पीछे असंख्य किसानों का दर्द छुपा हुआ था। लेकिन कुछ विशेषज्ञों की नजर सेब के पेड़ों की कटाई बहुत सामान्य बात थी। सेब की बढ़िया किस्म के पेड़ों को अनुकूल विशेष क्षेत्रों में लगाना जरूरी था, उस समय यहां पुरानी पड़ चुकी किस्म के सेब के पेड़ों की कटाई जरूरी था। यहां के सेब की किस्म में सुधार की जरूरत थी।
1995 के बाद के कुछ सालों में श्यान शी प्रांत ने विशेषज्ञों की टीम गठित कर सेब के खेतों की जांच-पड़ताल का आयोजन किया। विशेषज्ञों ने चार वैज्ञानिक तरीकों के द्वारा सेब के खेती में परिवर्तन का सुझाव दिया जिसमें आकार में परिवर्तन, कलम लगाने की आधुनिक तकनीक, ठीक से खाद डालने, पर्यावरण संरक्षण आदि प्रमुख तरीके अपनाए गये। कुछ अंतराल के बाद विशेषज्ञों ने फिर से आकार, स्थिति और तापमान जैसे तीन नये सुझाव पेश किए। इन सुझावों के द्वारा परंपरागत खेती के तरीके में पूरी तरह से परिवर्तन किया गया। तब से लेकर वेइ पेइ के पहाड़ी क्षेत्रों में दस सालों तक सेब की खेती में क्रांति लायी गयी। इन सुझावों के द्वारा श्यान शी में सेब के खेती के परंपरागत तरीकों को पूरी तरह से बदल दिया गया। उदाहरण के तौर पर लुओ छ्वान जिले में वर्ष 2000 में कुल सेब उत्पादन में उच्च गुणवत्ता वाले सेब का अनुपात मात्र 30 प्रतिशत था जोकि अब यही अनुपात बढ़कर 85 प्रतिशत हो चुका है।
कहा जाता है कि चीन में श्यान शी का सेब और श्यान शी में लुओ छ्वान का सेब बहुत प्रसिद्ध है। लुओ छ्वान का सेब वर्ष 1947 से ही लोगों का पसंदीदा बन गया था। उस समय लुओ छ्वान जिले के ता थुंग गांव में एक लि शिन आन नाम का युवा किसान था। वह चीन के ह नान प्रांत से ऊंट के द्वारा 200 सेब के पौधे लेकर आया था। वहां से पौधा लाने में समय ज्यादा लगने के कारण पानी की कमी से सभी पौधे मुरझा गए थे, लेकिन लुओ छ्वान की जमीन पर इन पौधों को लगाने के बाद सभी पेड़ फिर से हरे-भरे हो उठे। उस समय किसी ने सोचा भी नहीं था कि वही दो सौ सेब के पेड़ यहां के लोगों के खुशहाल जीवन का मुख्य कारण बन जाएंगे। उससे भी ज्यादा आश्चर्यजनक बात यह है कि उसी दो सौ सेब के पेड़ के आधार पर वहां के लोग अपनी मेहनत, तकनीक के जरिए आज आलीशान मकानों, निजी कारों वाला खुशहाल जीवन के मालिक बन जाएंगे।
कुछ लोगों का कहना है कि यह सिर्फ एक संयोग था। लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि इस संयोग में भी एक कारण था। क्योंकि विशेषज्ञों के अनुसार, लुओ छ्वान की मिट्टी मोटी है, धूप पर्याप्त है, मिट्टी की उर्वरा शक्ति प्रचुर है, गर्मी और बरसात भी साथ-साथ है, बिना पाला वाला समय लंबा है, दिन रात के तापमान में ज्यादा फर्क है, औद्यौगिक प्रदूषण रहित है आदि यह सब कारण पूर्ण रूप से सेब के उत्पादन में सहायक है। यही कारण है कि देशी और विदेशी विशेषज्ञों के द्वारा लुओ छ्वान को सेब के लिए विश्व का सबसे उत्तम उत्पादन क्षेत्र माना जाता है।
लुओ छ्वान सेब उत्पादन प्रबंधन ब्यूरो के अधिकारी वांग चिएन फंग ने परिचय देते हुए कहाः
हमारे जिले में सेब बाग का कुल क्षेत्रफल करीब एक लाख एकड़ है, जिसमें विशेष गुणवत्ता वाले सेब का अनुपात 88 प्रतिशत है। मेरा अनुमान है कि सिर्फ सेब के उत्पादन से प्रति किसान को 9000 युवान की आमदनी होती है। हाल के चार वर्षों में, लुओ छ्वान में सेब के उत्पादन में लगातार वृद्धि हो रही है। पूरे जिले में सेब का उत्पादन किया जा रहा है या इससे संबंधित काम ही किया जाता है।
आज, श्यान शी प्रांत में सेब के खेत का कुल क्षेत्रफल 14 लाख एकड़ पहुंच चुका है। मुख्य रूप से श्यान शी प्रांत के उत्तरी भाग में स्थित पांच शहर येन आन, थुंग छ्वान, पाओ ची, शियान यांग ,वेइ नान के अधीन 25 जिलों में किया जाता है। जिनमें शियान यांग शहर के अधीन लि छ्वेन जिले में सबसे बड़े क्षेत्र में सेब का उत्पादन किया जाता है। इसका कुल क्षेत्रफल 29911 हेक्टेयर है, वार्षिक उत्पादन 6 लाख टन है जोकि पूरे चीन में चौथे स्थान पर है और श्यान शी प्रांत में प्रथम स्थान पर है। श्यान शी प्रांत में सेब की पैदावार में वृद्धि होने के साथ-साथ सेब खेती तकनीक में भी निरंतर विकास हो रहा है।
वर्तमान में श्यान शी प्रांत युरोपीय संघ, आसियान, उत्तरी अमेरिका आदि देशों से प्रमाणित 22678 हेक्टेयर में सेब का उत्पादन कर रहा है। विदेश निर्यात के लिए 48000 हेक्टेयर में सेब की खेती कर रहा है। युरोप के लिए विशेष गुणवत्ता वाले सेब के लिए 1000 हेक्टेयर में खेती हो रहा है। इस प्रांत में चीनी उच्च गुणवत्ता प्रमाणित खेत का क्षेत्रफल 4600 हेक्टेयर है।
श्यान शी प्रांत के फल उत्पादन प्रबंधन ब्यूरो की उप निदेशक लियु लिंग ने परिचय देते हुए कहाः
अगर हम विश्व के दूसरे सेब उत्पाद क्षेत्रों या चीन के दूसरे सेब उत्पाद क्षेत्रों से तुलना करें तो श्यान शी सेब उत्पाद क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति सेब के उत्पादन के लिए श्रेष्ठ है। इसके अलावा यहां का विशाल क्षेत्र और हमारी उच्च खेती तकनीक, इन सभी कारणों से ही हमारे श्यान शी का सेब विश्व के सभी किस्मों के सेब में सर्वोत्तम माना जाता है। यहां के सेब का निर्यात करने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसे लाने के लिए 46000 हेक्टेयर से भी ज्यादा खेत को प्रमाणित किया गया है। यहां के सेब के खेत का मापदंड युरोपीय, आसियान, उत्तरी अमेरिका जैसे देशों के तकनीक मापदंड पर निर्धारित किया गया है। इसलिए हमारे यहां के उत्पादित सेब अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी पहुंच सकते हैं।
आज श्यान शी का सेब विश्व के बाजार में पहुंच चुका है। विश्व बाजार का दस प्रतिशत सेब श्यान शी प्रांत का होता है। श्यान शी का 30 प्रतिशत सेब विश्व के 50 से अधिक देशों में निर्यात किया जाता है। इसके बारे में श्यान शी प्रांत के फल प्रबंधन ब्यूरो की उप निदेशक ने कहाः
चीन में उत्पादित सेब की कुल मात्रा का 30 प्रतिशत भाग श्यान शी प्रांत में पैदा होता है जो कि पूरे विश्व के उत्पादन का 10 प्रतिशत है। कहा जा सकता है कि श्यान शी का फल उत्पादन उद्योग यहां के लोगों की आय का मुख्य श्रोत बन गया है साथ ही यहां के सेब विश्व में भी जगह बनाने में सफल हुए हैं।
आज यहां का सेब टैराकोटा वैरियर की तरह ही विश्व में अपनी अमिट छाप छोड़ चुका है तथा श्यान शी प्रांत ने भी यहां के फलों की गुणवत्ता के आधार पर अपनी अलग पहचान बनायी है।