रोगी का उपचार किया जाते हुए
तिब्बती चिकित्सा संस्कृति संग्रहालय के अध्यक्ष एईछ्वछ्यान
सीआरआई संवाददाता डॉक्टर एईछ्वछ्यान के साथ
तिब्बती चिकित्सा के संरक्षण और विकास के दौरान एक अन्य महत्वपूर्ण सवाल है कि अनेक तिब्बती औषधीय सामग्रियां अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बढ़ी हैं। उन्हें उच्च स्तरीय प्राकृतिक संरक्षण चाहिए। छिंगहाई प्रांत के तिब्बती अस्तपाल के बाह्य रोगी विभाग के उपनेता ताईचेंगशांगश्यो ने कहा,"औषधीय पौधों को लगाने से प्रदूषण कम हुआ है। अन्य एक बात है कि अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में उनकी संख्या बढ़ी है। कच्चे माल की गुणवता बहुत अच्छी होने की वजह से तिब्बती दवा का अच्छा प्रभाव है। अगर निचले इलाकों में औषधीय पौधों को बढ़ाया जाता है, तो इसका चिकित्सा प्रभाव इतना नहीं हो सकता है।"
इसलिए दुर्लभ औषधीय सामग्रियों का उचित संरक्षण एक महत्वपूर्ण सवाल है। छिंगहाई तिब्बती अस्पताल के उपाध्यक्ष द्वानच्यी ने अपने सुझाव पेश किये,"औषधीय सामग्रियां प्रदान करने वाले किसानों को प्रशिक्षण देना औषधीय सामग्रियों का संरक्षण करने की राह में एक कदम है। अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लुप्तप्राय प्रजातियों को कृत्रिम रूप से प्रचारित करने में पूंजी लगाई जानी चाहिए। अन्य औषधीय सामग्रियों के संरक्षण पर वैज्ञानिक प्रबंधन किया जाना चाहिए। "
अब तिब्बती चिकित्सा संस्कृति के प्रचार-प्रसार के साथ साथ अधिकाधिक लोग तिब्बती चिकित्सा को समझने और सीखने को तैयार है। छिंगहाई तिब्बती अस्पलात की पेट शाखा के प्रधान तोच्योछाईरांग ने परिचय देते हुए कहा कि वर्तमान में तिब्बती चिकित्सा को सीखने वाले लोग अधिक हैं। अनेक विदेशी लोग भी यह सीखते हैं। उन्होंने कहा,"अनुभवी और निपुण डॉक्टरों को छात्रों के लिए व्याख्यान दिया जाता है। वर्तमान में छिंगहाई प्रांत के विभिन्न स्टेट, तिब्बत और अमरीका, फ्रांस स्मेत अन्य देशों से आए लोग यहां पर तिब्बती चिकित्सा सीख रहे हैं।"
वर्तमान में श्री एईछवछ्यान ने उनके दल के साथ तिब्बती चिकित्सा के औद्योगिक विकास के नए मॉडल का अध्ययन कर रहे हैं। छिंगहाई प्रांत में अधिकाधिक लोग तिब्बती चिकित्सा के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के महत्व पर ध्यान दे रहे हैं, और अधिक लोग इस काम में शामिल हो रहे हैं। भविष्य में विश्व के और अधिक लोगों को तिब्बती चिकित्सा की जानकारी मिलेगी।
(वनिता)