ताशी फुन्त्सोक चीन के भीतरी इलाके के विभिन्न शहरों की यात्रा कर चुका है। उसकी राय में अलग-अलग लोगों से मिलने और भिन्न-भिन्न बातों को जानने से विभिन्न संस्कृति और शैली के संगीतों को समझा जा सकता हैं। चीने के भीतरी इलाके में हाई स्कूल एवं विश्वविद्यालय में पढाई करने और संगीत को समय देने के दौरान वहां की जीवनशैली से उसके संगीत और जीवन पर काफी प्रभाव पड़ा है। साथ ही इन दसेक सालों में उसे मालूम हो गया है कि उसका अपेक्षित जीवन क्या है।
"सबसे पहले कि तिब्बत मेरा गृहनगर है और मेरी जड़े इधर ही है। मेरा जन्म तिब्बत में हुआ है, इसलिये मुझे अपनापन महसूस होता है। तिब्बत में अलग-अलग संस्कृति और प्रचुर कला देखी जा सकती हैं। चीनी मुख्य भूमि की तुलना में तिब्बत में जीवन की रफ्तार बेहद धीमी है और रहने के लिए बहुत ही योग्य है।"
जब ताशी फुन्त्सोक तिब्बत छोडकर देश के भीतरी इलाके में जीवन बिताने लगे थे, तब तिब्बत में बड़ा परिवर्तन हुआ। लेकिन ताशी फुन्त्सोक के नज़रों में अभी बहुत सी ऐसी चीजें है, जिसमें कोई बदलाव नही हुआ।
"तिब्बत में परिवर्तन की गति बहुत तेज है। विशेषकर भौतिक चीज़ो की स्थिति व जीवनशैली में काफी परिवर्तन हुआ है। अन्य तिब्बती जगहों की तुलना में शहरों में परिवर्तन ज्यादा है, क्योंकि यहां ज्यादा-से-ज्यादा पर्यटक आ चुके है, और अर्थव्यवस्था व भौतिक चीज़ो में बदलाव लाने की उत्तेजना लाये। इसे देखते हुए स्थानीय लोग विशेषकर युवाओं के खाने की आदतों, काम करने आदि जीवनशैली में भी परिवर्तन आया है। किन्तु उनके दिलों में आस्था आदि चीजों में कोई बदलाव नही आया है।"
ताशी फुन्त्सोक समेत तिब्बती लोगों के जीवन में तिब्बती बौद्ध धर्म एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बचपन से ही वह तिब्बती बौद्ध धर्म से जुड़ गया था। इस धर्म ने ताशी के मौजूदा जीवन रवैया और दृष्टि संबंधी अवधारणा में अहम भूमिका निभाई।
"धर्म और संगीत मेरे लिये मार्गदर्शक है। मुझे जीवन में चलने की राह दिखाते है।"
ताशी फुन्त्सोक के मौजूदा राय में संगीत न केवल उसका सपना है, बल्कि उसके जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है।
"मेरे कई दोस्तों ने कहा कि मेरा एक सपना है। लेकिन अब मेरे लिए संगीत न केवल एक सपना है, बल्कि मेरे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा और मेरी जीवन-शैली है। मैं संगीत को आगे भी जारी रखूंगा। चीनी लोगों के लिये रॉक पश्चिमी संगीत है, जबकि चीनी पारंपरिक संगीत जड़ों से जुडा है। अपने देश का पारंपरिक संगीत हमेशा अपने लिए अहम भूमिका निभाता है। अब मैं ब्रिटेन, अमेरिका आदि देश जाकर कुछ चीजें सीखना चाहता हूँ। ये देश रॉक संगीत का उद्गम स्थल हैं। आशा है कि मैं इन देशों में स्थानीय रॉक संगीतकारों के बीच सहयोग के अवसरों को खोज निकालूंगा।"
(हैया)