तिब्बती परम्परागत संस्कृति के संरक्षण और विकास को आगे बढ़ाने के लिए हाल ही में पेइचिंग स्थित चीनी केंद्रिय रेडियो ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में तिब्बती लोकगीतों का संग्रह अभियान शुरु किया है। इस दौरान तिब्बत में विभिन्न लोकगीतों का संग्रह किए जाने के बाद केन्द्रीकृत रूप से प्रसारण किया जाएगा। तिब्बती लोकगीत विशेषज्ञों का कहना है कि इस अभियान के माध्यम से तिब्बती लोकगीत गायकों के प्रशिक्षण, पुराने गीतों का संग्रह और लोकगीतों के विकास के लिए एक बेहतर मंच मुहैया कराया जाएगा।
चीनी राष्ट्र के"मौखिक गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत"के महत्वपूर्ण भाग के रूप में तिब्बती लोकगीतों का इतिहास बहुत पुराना है, जिसकी भिन्न-भिन्न किस्में हैं, जो मुख्य तौर पर स्थानीय तिब्बती लोगों के जनजीवन, श्रम और भावना का वर्णन करता है, इसे चीनी राष्ट्रीय संस्कृति का मूल्यवान कोष माना जाता है।
मौजूदा अभियान में तिब्बती लोकगीतों का अभिनय स्थानीय गायकों द्वारा उनकी भाषा और बोली में किया जाएगा, जिससे तिब्बती शैली और रस दिखाई जाती है। अभियान की अंतिम तिथि नवम्बर के अंत तक है। इस अवसर पर 10 राज-गायक चुने जाएंगे, इसके बाद रजत पदक के 20 गायकों और कांस्य पदक के 30 गायकों को भी सार्वजनिक किया जाएगा। वर्ष 2014 तिब्बती पंचांग के नए साल की पूर्व बेला में चीनी केंद्रिय रेडियो पुरस्कार समारोह आयोजित करेगा। चुने गए श्रेष्ठ लोकगीत, तिब्बती पंचांग के नए वर्ष के उपलक्ष्य में पूरे देश में सभी श्रोताओं और दर्शकों के सामने प्रस्तुत किए जाएंगे।
चीनी केंद्रीय रेडियो के तिब्बती भाषा विभाग के प्रधान चेगा ने कहा कि यह तिब्बती लोकगीत गायकों और गायिकाओं के लिए आत्म क्षमता दिखाने का मंच है, इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोग तिब्बत में लोकप्रिय लोकगीतों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा:
"हम एक मंच स्थापित कर अधिक श्रेष्ठ गायकों को श्रोताओं से अवगत कराएंगे, ताकि दर्शक और श्रोता तिब्बती लोकगीतों की ज्यादा जानकारी पा सकें। बाद में पुरस्कार समारोह आयोजित किया जाएगा, इसी दौरान 10 राज-गायक चुने जाएंगे। बाद में हम उनके बारे में अधिक जानकारी प्रसारित करेंगे, ताकि देश में ज्यादा से ज्यादा लोग उन्हें पहचान सकें और तिब्बती लोक गायक और अच्छा मंच प्राप्त कर सकें।"
चीनी जातीय संगीत शास्त्र के विशेषज्ञ थ्यान ल्यानथाओ ने कहा कि तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में लोकप्रिय रहे लोकगीतों की अपनी-अपनी विशेषता होती है। मौजूदा तिब्बती लोकगीतों के संग्रह अभियान के माध्यम से लोकगीतों की जानकारी जुटाने और संबंधित सांस्कृतिक संरक्षण के लिए लाभदायक होगा। उन्होंने कहा:
"तिब्बत में सांस्कृतिक संरक्षण कार्य शुरु हो चुका है। इसी क्षेत्र में सुयोग्य व्यक्तियों का प्रशिक्षण भी अति महत्वपूर्ण है। तिब्बत के विभिन्न क्षेत्रों में लोकप्रिय लोकगीत और इसे गाने वाले गायक प्रचुर संख्या में उपलब्ध हैं। पेशेवर व्यक्तियों के इन लोकगीतों को एकत्र और संग्रहण करने से तिब्बती लोकगीतों के संरक्षण के लिए लाभप्रद होगा।"
बताया जाता है कि अब तक तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में लोक साहित्य, परम्परागत संगीत, पारंपरिक नृत्य समेत गैर भौतिक सांस्कृतिक विरासतों की 10 किस्मों की 800 से अधिक परियोजनाएं होती हैं। वर्तमान में स्वायत्त प्रदेश विशेष संस्थाओं की स्थापना, पेशेवर टीम गठित करना, पूंजी लगाना, साजो सामान प्रदान करना, लोकगीत संसाधनों का सर्वेक्षण करना, लोकगीत गायकों की रक्षा करना और संबंधित अभिनय स्थलों का निर्माण करना जैसी कार्रवाई से सांस्कृतिक संरक्षण कार्य को जोर दे रहा है।
(श्याओ थांग)