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चिकित्सीय कल्याण अभियान से पश्चिमी चीन में चिकित्सीय विकास
2013-07-29 20:10:22

 

17 से 25 जुलाई तक"एक चीनी हृदय का निर्माण"कल्याण अभियान उत्तर पश्चिमी चीन के कानसू प्रांत के कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर में आयोजित किया गया। पेइचिंग जैसे शहरों से आए 300 से अधिक चिकित्सक और 200 से अधिक स्वयं सेवक आठ दलों में कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर की 8 कांउटियों में जाकर गांव-गांव में मुफ्त इलाज करने, दान के रूप में सामग्रियां बांटने, चिकित्सीय सहायता देने, जन्मजात हृदय रोग की जांच और इलाज करने जैसी गतिविधियों में भाग लिया। मौजूदा अभियान में कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर को औषधियां, चिकित्सीय उपकरण और अन्य साजो-सामान समेत 80 लाख युआन मूल्य वाली सामग्रियां भेंट की गईं।

उल्लेखनीय बात है कि 22 जुलाई की सुबह कानसू प्रांत में 6.6 तीव्रता वाला भूकंप आया, जिससे स्थानीय लोगों की जान-माल को भारी क्षति पहुंची।"एक चीनी हृदय का निर्माण"कल्याण अभियान में भाग लेने वाले कुछ चिकित्सकों ने स्थानीय क्लिनिक और आर्थोपेडिक सर्जन डाक्टरों के साथ मिलकर भूकंप के बाद राहत कार्य में सक्रियता दिखाई। भूकंप के कारण डॉक्टरों और स्वयंसेवकों के क्लिनिक के काम में बाधा आ रही थी, लेकिन फिर भी उन्होंने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया।

तिब्बती महिला लामाओ छाओ कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर की लूछ्यु कांउटी के लांगमू मठ कस्बे की निवासी हैं, जो लम्बे समय से गठिया से पीड़ित हैं। पेइचिंग से आए डॉक्टरों द्वारा मुफ्त इलाज वाली खबर मिलने के बाद लामाओ छाओ सुबह-सुबह बस से दो घंटे का सफ़र करके लांगमू मठ कस्बे से लूछ्यु कांउटी शहर आईं। तिब्बती महिला लामाओ छाओ ने कहा:

"मैं लांगमू मठ कस्बे से आई हूँ। पिछले दस वर्षों से अधिक समय से मैं गठिया से ग्रस्त हूं। पहले बीमारी की स्थिति ज्यादा गंभीर नहीं थी और अधिक दर्द महसूस नहीं होता था। लेकिन उम्र बढ़ने के चलते मेरी बीमारी साल दर साल गंभीर होने लगी। लूछ्यु कांउटी में मेरे दोस्त ने मुझसे फोन करके बताया कि पेइचिंग के बड़े अस्पतालों के डॉक्टर हमारे यहां आए हुए हैं। मुझे उनकी चिकित्सा तकनीक पर विश्वास है और ये सुनकर मैं शीघ्र ही कस्बे से यहां आ गई।"

लामाओ छाओ जैसे स्थानीय लोगों की संख्या अधिक है। बड़े शहरों से मुफ्त इलाज करने वाले डॉक्टरों के आने की खबर मिलने के तुरंत बाद वे शीघ्र ही भिन्न-भिन्न गांवों से कांउटी शहर आए। ऐसी स्थिति से पता चलता है कि वर्तमान चीन में चिकित्सीय स्तर असंतुलित है। पश्चिमी चीन में कुछ प्रांतों, विशेष कर सूदूर इलाकों में चिकित्सीय स्थिति थोड़ी पिछड़ी हुई है, जिससे किसी हद तक स्थानीय नागरिकों के स्वास्थ्य स्तर पर असर पड़ता है।

कानसू प्रांत के कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर ऐसा ही क्षेत्र है। यह प्रिफेक्चर चीन में दस तिब्बती प्रिफेक्चरों में से एक है, जो कानसू प्रांत के दक्षिण और छिंगहाई तिब्बत पठार के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है। पहले कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर प्राचीन रेशम मार्ग का महत्वपूर्ण रास्ता था। लेकिन ऊंचे पठार पर स्थित होने के कारण यातायात स्थिति बहुत असुविधापूर्ण थी, जिससे स्थानीय चिकित्सीय विकास में बाधा आई।

पिछले कुछ वर्षों से चीन कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर समेत अल्पसंख्यक जातीय क्षेत्रों के विकास को महत्व दे रहा है और केंद्र सरकार ने इन स्थलों में चिकित्सीय विकास में बड़ी मात्रा में पूंजी लगाने के साथ-साथ समर्थन नीति भी अपनाई है। कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर की लूछ्यु कांउटी का उदारहण दें, स्थानीय चिकित्सीय आधारभूत संस्थापनों के निर्माण में कदम-दर-कदम सुधार आया है। इसकी चर्चा करते हुए कांउटी के स्वास्थ्य विभाग के प्राधान ली वनचोंग ने कहा:

"हमारी कांउटी में चिकित्सीय संस्थापनों के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने कांउटी के जन अस्पताल और तिब्बती चिकित्सा अस्पताल को 2 करोड़ युआन की पूंजी लगाई। इसके अलावा इस वर्ष में कांउटी में तीन जिले स्तरीय चिकित्सा क्लिनिकों को 10 लाख युआन की राशि भी दी जाएगी।"

पिछले कुछ वर्षों में चीन में पिछड़े क्षेत्रों के बुनियादी संस्थापनों के निर्माण में अधिक पूंजी समर्थन किए जाने के बावजूद वहां डॉक्टरों और चिकित्सीय संसाधनों की कमी वाली स्थिति फिर भी मौजूद है। अल्प समय में चिकित्सा क्षेत्र में उन्नति नहीं हो पाती। पूर्वी और पश्चिमी चीन में चिकित्सीय संसाधन और चिकित्सा स्तर की असंतुलित स्थिति को बदलने के लिए केंद्र सरकार ने ऐसी नीति अपनाई, जो देश में विकसित क्षेत्रों के अस्पताल, अविकसित क्षेत्रों के अस्पतालों को सीधी सहायता देते हैं।

हाल के वर्षों में बड़ी सरकारी धनराशि के अनुदान के साथ-साथ पिछड़े इलाकों के चिकित्सीय विकास में गैर सकरारी संगठन की अधिक सक्रिय भागीदारी ले रहे हैं।

19 जुलाई को"एक चीनी हृदय का निर्माण"कल्याण अभियान के तहत 300 से अधिक चिकित्सकों और डॉक्टरों से गठित चिकित्सीय दल कानसू प्रांत के कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर आए। इस कल्याण गतिविधि में भाग लेने वाले चिकित्सकों और डॉक्टरों ने स्थानीय तिब्बती किसानों और चरवाहों का मुफ्त इलाज किया। दल के सदस्यों में पेइचिंग समेत बड़े शहरों के अस्पतालों में हृदय विभाग, न्यूरोलॉजी विभाग, आर्थोपेडिक विभाग, इन्डोकिरनॉलाजी, श्वसन विभाग, स्त्री रोग विभाग और चीनी चिकित्सा विभाग समेत विभिन्न विभागों के 300 से अधिक श्रेष्ठ चिकित्सक और 200 से ज्यादा स्वयं सेवक शामिल हुए। उन्होंने कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर की राजधानी होचो शहर के अलावा लीनथान, चोनी, त्येपू, चोछ्यु, श्या-ह, माछ्यु और लुछ्यु समेत 7 कांउटियों में स्थानीय किसानों और चरवाहों की मुफ्त सेवा की।

"एक चीनी हृदय का निर्माण"शीर्षक मौजूदा कल्याण अभियान में भाग लेने वाले व्यक्तियों में मुख्य तौर पर चीनी चिकित्सीय जगतों में परोपकारी कार्य में जुटे हुए लोग थे, अभियान का मुख्य उद्देश्य गरीब क्षेत्रों में हृदय, मस्तिष्क और रक्तवाहिनियों संबंधी रोगियों का इलाज करना है। इस प्रकार की कल्याण गतिविधि का आयोजन वर्ष 2008 में दक्षिण-पश्चिमी चीन के सछ्वान प्रांत की वनछ्वान कांउटी में आए जबरदस्त भूकंप के बाद शुरु हुआ। वर्ष 2010 में इसे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के संयुक्त मोर्चे विभाग द्वारा"एक ही दिल"परियोजना में शामिल किया गया। इस दौरान इस परियोजना के तहत सछ्वान, शानतोंग, छिंगहाई और कानसू जैसे प्रांतों और तिब्बत स्वायत्त प्रदेश और निंगश्या ह्वेई स्वायत्त प्रदेश जैसे इलाकों में बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य सेवा दी जाने लगी।

अपनी स्थापना से लेकर अब तक के 5 वर्षों में कुल 5 हज़ार चिकित्सकों और स्वयं सेवकों ने 2 लाख 39 हज़ार व्यक्तियों को चिकित्सीय सेवा दी। पिछड़े क्षेत्रों के चिकित्सीय कार्य के विकास के लिए 2 करोड़ 37 लाख 90 हजार युआन की धन और 3 करोड़ 52 लाख 46 हज़ार युआन मूल्य वाली सामग्रियां चंदे के रूप में दी गईं। इस परियोजना के तहत 300 से अधिक जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित रोगियों का ऑपरेशन करके मुफ्त इलाज किया गया।

वास्तव में इस प्रकार के कल्याण कार्य में भाग लेने में चिकित्सक बहुत सक्रिय रहे हैं। उनका मानना है कि इन गतिविधियों में भागीदारी से वे वर्तमान चीन में चिकित्सीय विकास की वास्तविक स्थिति मालूम कर सकेंगे। अपने द्वारा हासिल चिकित्सीय तकनीकों से ज्यादा से ज्यादा रोगियों की सहायता कर सकेंगे। डॉक्टर चांग वानलोंग इन चिकित्सकों में से एक हैं। पेइचिंग के थोंगचो जिले के चीनी चिकित्सा और पश्चिमी चिकित्सा मिश्रित अस्पताल के प्रधान के रूप में उन्होंने"एक चीनी हृदय का निर्माण"शीर्षक कल्याण अभियान में भाग लेकर कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर की लुछ्यु कांउटी में मुफ्त इलाज गतिविधि में हिस्सा लिया। कुछ दिनों की मुफ्त सेवा करने के बाद उन्होंने अविकसित क्षेत्रों में चिकित्सीय स्थिति के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की। डॉक्टर चांग वानलोंग ने कहा:

"मौजूदा कल्याण गतिविधि में भाग लेने से मुझे पता लगा कि इस क्षेत्र में सामान्य रोग के मामले ज्यादा हैं। इन बीमारियों का इलाज करना आसान है, लेकिन स्थानीय लोग लम्बे समय से इन बीमारियों से ग्रस्त हैं। ऐसा क्यों ?क्योंकि स्थानीय चिकित्सीय स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है और नागरिकों की स्वास्थ्य पर जानकारी भी कम है। मेरा विचार है कि वर्तमान में दो कार्य करना जरूरी है। पहला, स्थानीय चिकित्सीय संस्थाओं की चिकित्सीय स्थिति में सुधार किया जाए, चिकित्सकों और संबंधित कर्मचारियों के चिकित्सीय स्तर को उन्नत किया जाए। दूसरा, स्थानीय नागरिकों को स्वास्थ्य से संबंधित वैज्ञानिक तकनीक और रोग से संबंधित ज्ञान बढ़ाए जाए।"

डॉक्टर यांग मिनचिंग चिकित्सीय परोपकारी गतिविधियों में बहुत सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। मौजूदा"एक चीनी हृदय का निर्माण"कल्याण अभियान में वे लूछ्यु कांउटी की शाखा के एक सदस्य हैं। पेइचिंग के आनचन अस्पताल के न्यूरोलॉजी विभाग में कार्यरत डॉक्टर यांग मेडिकल कॉलेज में पढ़ने के दौरान चिकित्सीय कल्याण गतिविधियों में भाग लेने लगे हैं। उनके विचार में मुफ्त इलाज जैसी गतिविधियों से किसी हद तक अविकसित इलाकों में रोगियों के उपचार में मौजूद मुश्किलों को दूर किया जा सकता है। लेकिन वर्तमान में स्थानीय इलोकों के लिए चिकित्सकों को प्रशिक्षण देना बहुत ज़रूरी है। अविकसित इलाकों में कार्यरत चिकित्सकों को बड़े शहरों के बड़े अस्पतालों में भेजकर प्रगतिशील चिकित्सीय तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। इन क्षेत्रों में चिकित्सकों का स्तर उन्नत होने के बाद ही स्थानीय नागरिकों को और बेहतर चिकित्सीय सेवा दी जा सकती है। डॉक्टर यांग मिनचिंग ने कई बार मुफ्त इलाज सेवा गविविधियों में भाग लिया। उनके विचार में जनरल प्रैक्टिशनर डॉक्टरों का प्रशिक्षण बुनियादी चिकित्सीय कार्य के लिए ज्यादा वास्तविक अर्थ होता है। डॉक्टर यांग ने कहा:

"अब चीन में जनरल प्रैक्टिशनर डॉक्टरों की व्यवस्था को स्थापित कर देश भर में विस्तार किया जा रहा है। मुझे लगता है कि बुनियादी चिकित्सीय कार्यों में इस प्रकार के डॉक्टरों की ज्यादा आवश्यकता है। जनरल प्रैक्टिशनर डॉक्टर का मतलब है कि उनके पास सामान्य बीमारियों के प्रति ज्यादा जानकारी होती है। वे विभिन्न प्रकार वाली सामान्य बीमारियों का बुनियादी उपचार कर सकते हैं। अगर किसी रोगी का बड़े अस्पतालों से इलाज होने के बाद स्थानीय क्षेत्र में वापस लौट आए हैं, तो उसका बाकी उपचार जनरल प्रैक्टिशनरों द्वारा किया जा सकता है।"

मित्रों, मौजूदा"एक चीनी हृदय का निर्माण"कल्याण अभियान में भाग लेने वाले डॉक्टरों ने स्थानीय चिकित्सकों के प्रशिक्षण पर भी बहुत ध्यान दिया है। कानसू प्रांत के कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर की विभिन्न कांउटियों में नागरिकों को मुफ्त इलाज सेवा दिये जाने के साथ-साथ अभियान में हिस्सेदार विशेषज्ञ डॉक्टरों ने प्रशिक्षण की कक्षा भी खोली। प्रशिक्षण सिर्फ़ कुछ दिन चलने के बावजूद स्थानीय चिकित्सकों ने इसका हार्दिक स्वागत किया। लुछ्यु कांउटी के तिब्बती चिकित्सा अस्पताल की डॉक्टर छाईची चोमा ने हृदय, मस्तिष्क और रक्तवाहिनियों संबंधी कक्षा लेने के बाद कहा कि उन्होंने कक्षा में भाग लेकर बहुत ज्ञान पाया है। आशा है कि भविष्य में वे स्थानीय किसानों और चरवाहों के लिए और बेहतर चिकित्सीय सेवा दे सकेंगी।

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