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पर्यटन सेवा से समृद्ध हो गया:चोमा योंगचोंग 
2013-07-29 20:08:50

इधर के वर्षों में बड़ी संख्या में देशी विदेशी पर्यटक तिब्बत की यात्रा करने आते हैं। पर्यटन सेवा करने से कई तिब्बती लोगों का जीवन भारी तरीके से उन्नत हुआ है। 39 वर्षिय तिब्बती स्त्री चोमा योंगचोंग अक्सर कहती है कि पारिवारिक हॉटल खोलने से उसके परिवार के जीवन में भारी परिवर्तन आया है।

चोमा योंगचोंग तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लीनची प्रिफैक्चर के कोंगचोंग गांव में रहती है। गांव में 20 से अधिक जगहों में प्राचीन पेड़ों से गठित एक उद्यान है, जिस में तिब्बती रीति रिवाज़ और संस्कृति भी दिखाई जाती है। चोमा योंगचोंग को गांव के इस पारिस्थितिक संसाधन वाले उद्यान से बड़ा लाभ मिला है। 6 साल पूर्व चोमा यांगचोंग ने बैंक से कई लाख युआन का ऋण लेकर स्थानीय कोंगबू जातीय तिब्बती शैली का पारिवारिक हॉटल की स्थापना की। पर्यटन सेवा से अब वे बैंक की ऋण को पूरी तरह वापस दे चुकी है और हॉटल में मुनाफ़े भी शुरू हुआ है।

तिब्बती भाषा में"लीनची"का मतलब"सूर्य का सिंहासन"है, जहां का प्राकृतिक दृश्य बहुत सुन्दर है। वसंत में यहां के सेचीला पर्वत पर सुन्दर फूल खिलते हैं, गर्मियों में पासोंग त्सो छील का पानी हरे दर्पण की तरह साफ़ दिखाई देता है। शरत ऋतु में लुलांग वनों के जंगल रंगारंग होता है और सर्दियों में मीत्वो हिमनदी बहुत शानदार लगता है।

लिनची के प्राकृतिक सौंदर्य से बेशुमार देशी विदेशी पर्यटकों को आकर्षित हुए। अपने परिवार में समृद्ध के रहस्य की चर्चा में चोमा यांगचोंग ने कहा कि उनके पारिवारिक हॉटल जातीय शैली और तिब्बती संस्कृति परिपूर्ण होती है। इसकी वजह से यहां आने वाले पर्यटक बहुत खुश होते हैं।

हमारे संवाददाता ने चोमा यांगचोंग के हॉटल में प्रवेश गए। उन्होंने लाल और सफेद रंग की तिब्बती शैली वाली दो मंजिला इमारत देखी। परम्परागत तिब्बती शैली के द्वार और खिड़की, मकान की छत और स्तंभ पर तिब्बती शैली के चित्र चित्रित किए गए हैं। लीविंग रूम में बड़े और छोटे थांगखा चित्र और बौद्ध मूर्ति रखे जाते हैं। बेडरूम में लकड़ी से बने क्रॉसबीम पर आठ प्रकार के तिब्बती खजाने समेत शूभ सूचक चित्र चित्रित हैं और गलियारे की दीवार पर तिब्बती जाति की शाखा कोंगपू लोग के वस्त्र, बैग, धनुष और तीर आदि वस्तुएं रखी गई हैं। सारे हॉटल एक लघु आकार वाला संग्रहालय लगता है।

अपने हॉटल क्यों इस तरह सुसज्जित करने की चर्चा में तिब्बती स्त्री चोमा यांगचोंग ने अपना विचार बताते हुए कहा कि पर्यटक यहां रहने के दौरान तिब्बती जाति के कोंगपू लोगों की जीवन शैली और रीति रिवाज़ महसूस कर सकते हैं।

चोमा यांगचोंग अकसर कहती हैं कि पर्यटक दूर से आए रिश्तेदार होते हैं। इस तरह हर बार हॉटल में आने वाले अतिथियों के सत्कार के वक्त वह खुद रसोईघर जाकर शुद्ध तिब्बती और कोंगबू खाना पकाती हैं। उन्होंने हमारे संवाददाता से कहा कि वे तिब्बती सुअर का मांस और दही बनाने के उपायों को उन पर्यटकों को सीखाएँगी, जो तिब्बती पकवान पर रूचि रखते हैं। ताकि तिब्बती खानपान संस्कृति का प्रसार हो सके।

35 वर्षीय छीतान चोगा चोमा यांगचोंग के पड़ोसी है। उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया कि चोमा यांगचोंग को गीत गाना पसंद है, जिसे गांव का स्वर्ण गला माना जाता है। हर बार पर्यटकों के सत्कार के वक्त चोमा यांगचोंग मेहमानों के सम्मान में तिब्बती जौ के शराब पिलाती हैं। इसी दौरान वो आपसाप से पड़ोसियों को साथ बुलाकर अतिथियों के लिए मधुर तिब्बती गाना गाती हैं।

चोमा यांगचोंग ने कहा कि अगर पर्यटकों के साथ दूरी को कम करना चाहे, तो सदिच्छापूर्ण भावना सबसे महत्वपूर्ण है। मेरा गीत सुनने के समय तिब्बती भाषा के बोल नहीं समझने के बावजूद पर्यटक गीत-धुन के साथ-साथ तालियां बजाते हैं। हमारे बीच का माहौल बहुत स्नेहपूर्ण और अच्छा है।

वर्तमान में छीतान चोगा पड़ोसी बहन चोमा यांगचोंग की करह पर्यटन सेवा व्यवसाय में काम करने लगा। कुछ दिन पहले उन्होंने अपनी बेटी, जो विश्वविद्यालय में पढ़ रही है, के साथ विशेष तौर पर स्थानीय कोंगपू वासियों की रीति रिवाज़ से संबंधित सामग्रियों को प्रिंट किया। वह पड़ोसी चोमा यांगचोंग के साथ गांव में यात्रा करने आए पर्यटकों को इन सामग्रियों को समझाना चाहती है। उन्होंने कहा कि अगर पर्यटक हमारे कोंगपू वासी के विशेष धनुष प्रतियोगिता देखना चाहे, तो सब से पहले हम उन्हें इस के बारे में जानकारी देते हैं। हम उनसे हमारे कांगपू वासी के विशेष धनुष बनाने का सिद्धांत और संबंधित ऐतिहासिक परिवर्तन जैसी जानकारी समझाते हैं।

पिछले वर्ष तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लीनची प्रिफैक्चर के कोंगचोंग गांव में चोमा यांगचोंग और छीतान चोगा के परिवारों में पर्यटन से दर्जनों हज़ार युआन की आय की प्राप्ति हुई। आज अधिक से अधिक गांव वासी उनसे सीखने आते हैं और वे सक्रिय रूप से उन्हें अपना अनुभव बताती हैं। चोमा यांगचोंग को आशा है कि ज्यादा से ज्यादा गांव वासी पर्यटन सेवा से समृद्ध होंगे।

आंकड़ों से पता चला है कि वर्ष 2012 में लीनची प्रिफैक्चर ने 22 लाख 70 हज़ार देशी विदेशी पर्यटकों का सत्कार किया, जिस से प्राप्त पर्यटन आय 1 अरब 80 करोड़ युआन थी, इस प्रिफैक्चर की पर्यटन आय सारे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में राजधानी ल्हासा के बाद दूसरे स्थान पर रही। लीनची प्रिफैक्चर के पर्यटन ब्यूरो के प्रधान वांगचुन के मुताबिक वर्तमान में प्रिफैक्चर में 2400 से अधिक किसान और चरवाहे पर्यटन सेवा से जुड़े हैं, पारिवारिक हॉटलों की संख्या 200 से ज्यादा है, जहां एक साथ 9 हज़ार पर्यटकों की खाने-पीने और रहने की सवा की जा सकती है।

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