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नयी शिक्षा योजना से तिब्बती छात्रों की तमन्ना पूरी
2013-01-26 21:01:18

21 वर्षीय श्याओफांग सछ्वान प्रांत के भूमिगत रेल निगम की एक लोकोमोटिव ड्राइवर है। 90 वाले दशक में इस तिब्बती लड़की का जन्म सछ्वान प्रांत के कानची तिब्बती स्वशासन प्रिफेक्चर की तानपा कांऊटी के पाती टाऊनशिप के सेचू गांव में हुआ। अनेक सालों से बड़े पर्वतों के बीच बसे स्थानीय वासियों के लिये बाहर की दुनिया देखना अपना सपना, यहां तक कि असाधारण उम्मीद माना जाता है। पर 21 वर्षीय श्याओफांग ने न सिर्फ अपना सपना साकार कर दिया है, बल्कि बड़े आधुनिक शहर में एक अच्छी नौकरी भी प्राप्त कर ली है। अपने गांववासियों की नजर में श्याओफांग एकदम मशहूर ही नहीं, एक कमाल की बात भी है । असल में श्याओफांग को तीन साल पहले सछ्वान प्रांत में तिब्बती क्षेत्रों में लागू एक नयी शिक्षा योजना से फायदा हुआ है।

2009 में सछ्वान प्रांत ने तिब्बती क्षेत्रों के छलांग विकास को बढ़ावा देने के लिये तिब्बती क्षेत्रों में"नौ प्लस तीन"मुफ्त शिक्षा योजना को लागू शुरु कर दिया, यानी नौ वर्षीय अनिवार्य शिक्षा के आधार पर तिब्बती क्षेत्रों के मिडिल स्कूली स्नातकों और हाई मिडिल स्कूल से वंचित स्नातकों को मुफ्त में तीन वर्षीय माध्यमिक व्यावसायिक शिक्षा के लिये भेजा जाता है। इस योजना का उद्देश्य है कि तिब्बती क्षेत्रों में बड़ी तादाद में श्रेष्ठ सुयोग्य व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया जाए और वहां के व्यापक किसानों व चरवाहों के परिवारों को मूल रुप से गरीबी से छुटकारा दिलाया जा सके । 2009 वर्ष "नौ प्लस तीन" नयी मुफ्त शिक्षा योजना के कार्यांवयन का प्रथम साल था, श्याओ फांग इसी साल की प्रथम खेप के छात्रों में से एक है। उस ने अपने कठोर प्रयास के जरिये ज्ञान व कौशल से अपने भाग्य को सुधारने का सपना साकार कर दिया है। उसने भावविभोर होकर अपना अनुभव बताते हुए कहा:"माध्यमिक व्यावसायिक स्कूल के नेताओं ने हमारे तिब्बती छात्रों की व्यावसायिक शर्तों और रोजगार संभावनाओं के मद्देनजर स्कूल के सब से बढिया इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव पेशेवर विभाग में कई स्थानों का आरक्षण कर दिया। मार्च 2011 में मैं छंगतू भूमिगत रेल निगम में अभ्यास के लिये गयी, फिर जुलाई माह में मैं इस निगम की विधिवत कर्मचारी बनी, अब मैं परीक्षा देकर इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव ड्राइवर का लासेंस प्राप्त कर एक औपचारिक लोकोमोटिव ड्राइवर बन गयी। यदि "नौ प्लस तीन" नयी शिक्षा नीति न होती, तो मुझे यह रोजगार नहीं मिलने की कोई संभावना नहीं होती, अब मेरे जीवन और भविष्य बहुत सुनिश्चित हो गया है, मैं सरकार की अच्छी नीति की आभारी हूं, जिस ने मुझे अपने भाग्य को बदलने का मौका दिला दिया है।"

यह सच है, श्याओफांग ने अपने भाग्य को बदल दिया ही नहीं, अपने पारिवारिक जीवन में बड़ा बदलाव भी ला दिया है। श्याओ फांग के मामा डोगिचेलांग ने हमारे संवाददाता को बताया:"अफांग परीक्षा के जरिये इस स्कूल में भर्ती हुई है, फिर स्नातक होने के बाद भूमिगत रेल निगम में रोजगार मिला, यह अफांग के परिवार के लिये एक अत्यंत बड़ा परिवर्तन ही है। क्योंकि इस से उस का पारिवारिक जीवन बहुत कठिन था, उस के पिता जी एक अपाहिज हैं, अफांग स्नातक होने के बाद अकसर अपने पिता जी को पैसे भेज देती है, अब उस के पारिवारिक जीवन में बड़ा बदलाव आया है, बहुत बढ़िया हो गया है।"

सछ्वान प्रांत के तिब्बती क्षेत्रों में कानची तिब्बती जातीय स्वशासन प्रिफेक्चर और अबा तिब्बत छांग जातीय प्रिफेक्चर समेत कुल 32 कांऊटियां शामिल हैं, कुल क्षेत्रफल दो लाख 50 हजार वर्गकिलोमीटर से अधिक विशाल है और जन आबादी 15 लाख दस हजार है, जो चीन का दूसरा बड़ा तिब्बती क्षेत्र जाना जाता है। सछ्वान प्रांतीय शिक्षा ब्यूरो के "नौ प्लस तीन" कार्यालय के प्रधान फ़ू मिंग के विचार में "नौ प्लस तीन" मुफ्त शिक्षा योजना तिब्बती जन आबादियों की गुणवत्ता तिब्बती क्षेत्रीय जन जीवन को सुधारने का एक अहम आयाम ही है। उन्होंने कहा:"तिब्बत क्षेत्रों के छलांग विकास की दृष्टि से देखा जाये, "नौ प्लस तीन" मुफ्त शिक्षा योजना के माध्यम से छात्र एक कौशल पर महारत हासिल कर सकते हैं, इससे तिब्बत क्षेत्रों के जन समुदायों की वैज्ञानिक व सांस्कृतिक गुणवत्ता को पूर्ण रुप से उन्नत किया जा सकता है। साथ ही तिब्बत क्षेत्रों की शिक्षा व जन जीवन को सुधारने की दृष्टि से देखा जाये, तो भीतरी इलाकों के बढ़िया माध्यमिक व्यावसायिक शिक्षा संसाधन के सहारे व्यापक तौर पर "नौ प्लस तीन" नयी मुफ्त शिक्षा नीति के कार्यांवयन से न सिर्फ तिब्बती क्षेत्रों के अधिक छात्र समान रुप से आधारभूत शिक्षा अधिकार का आनन्द उठा सकते हैं, बल्कि तिब्बती क्षेत्रों के युवा लोग अपने आदर्श को साकार बनाने और रोजगार प्राप्त करने में सक्षम हो पाएंगे, ताकि तिब्बती क्षेत्रों में बसे लोग भीतरी क्षेत्रों की ही तरह सुधार और विकास के सुफलों का समान रुप से उपभोग कर सके।"

2009 में तिब्बती क्षेत्रों में इस नयी मुफ्त शिक्षा नीति के लागू किये जाने से लेकर अब तक के पिछले तीन सालों में सछ्वान प्रांतीय शिक्षा ब्यूरो ने क्रमशः तीस हजार तिब्बती क्षेत्रीय छात्रों को अध्ययन के लिये भीतरी क्षेत्रों में भेज दिया है। फू मिंग ने इस का परिचय देते हुए कहा कि इन छात्रों का 87 प्रतिशत भाग स्थानीय किसानों व चरवाहों के परिवारों से आया है। स्थानीय सरकारों ने उन्हें अध्ययन करने व रहने की काफी बढ़िया स्थिति उपलब्ध करायी है।"पढाई, ट्यूशन और पाठ्यपुस्तकों की फीस को मुफ्त किये जाने के साथ साथ जीवन भत्ता और कार्यचालन खर्च भी स्थानीय सरकारें भी उठाती हैं, इस प्रकार स्थानीय सरकारें साल में औसत हरेक छात्र को 8 हजार य्वान की भत्ता उपलब्ध करा देती हैं।"

छंतू शहर के चुंग हो व्यावसायिक स्कूल सछ्वान प्रांत में "नौ प्लस तीन" निः शुल्क छात्रों की भर्ती करने वाले स्कूलों में से एक है। पिछले तीन साल में इस स्कूल ने कुलमिलाकर दो सौ से अधिक तिब्बती क्षेत्रीय छात्रों को भर्ती करायी है, इस स्कूल के कुल सात माध्यमिक व्यावसायिक कोर्सों में "नौ प्लस तीन" निःशुल्क छात्र पढ़ते हैं। इस माध्यमिक व्यावसायिक स्कूल के "नौ प्लस तीन" निःशुल्क कार्यालय की पदाधिकारी सुश्री को श्याओ ह्वा ने हमारे संवाददाता से कहा कि तिब्बती क्षेत्रों से आये छात्रों को नये पढ़ाई वातावरण के अनुकूल बनाने के लिये स्कूल ने बहुत ज्यादा नये उपाय अपना दिये।

"तिब्बती क्षेत्रों से आये छात्रों को शीघ्र ही स्कूली वातावरण के अनुरुप होने देने के लिये हमने यह उपाय अपनाया है कि इन छात्रों को अपने पसंदीदा अध्यापकों का जीवन व पढ़ाई शिक्षक के रुप में विकल्प करने की छूट दे दी है, ये शिक्षक आम दिनों में उन की पढ़ाई और जीवन का जिम्मा संभालते हैं, इस के अलावा लम्बी छुट्टियों में इन छात्रों को अपने घर में बुला लेते हैं या घूमने बाहर ले जाते हैं और जीवन व मनोभाव के तौर पर उन का ख्याल रख देते हैं।"

घर से दूर रहने वाले इन छात्रों को स्कूल में अमन चैन से रहने देने के लिये स्थानीय सरकारों ने विशेष तौर पर तिब्बती क्षेत्रों से तिब्बती शिक्षकों को भेज दिया है। पांगलाशिन तिब्बती क्षेत्रीय छात्रों के साथ चुंग हो माध्यमिक व्यावसायिक स्कूल में आने वाले टीचरों में से एक हैं, वे इस चुंग हो माध्यमिक स्कूल से बहुत संतुष्ट हैं। उनका कहना है:"इस स्कूल की प्रबंधन क्षमता बहुत अग्रसर है, वह छात्रों को चौतरफा विकास और शिक्षा देने में अत्यंत सफल भी है।"

विभिन्न क्षेत्रों के समान प्रयासों के जरिये तिब्बती क्षेत्रों से आये छात्रों को सीखने में रुचि व विश्वास हो गया है, उनका पढ़ाई जीवन भी धीरे धीरे बहुत मजेदार हो गया है। अब कुछ छात्र स्कूल में अपने स्वयं के व्यवसाय करने और छोटा मोटा व्यापार करने भी लगे हैं। कान ची तिब्बत प्रिफेक्चर से आई छोटे स्कूली बोस ल्यू यांग ने उत्साह के साथ हमारे संवाददाता से कहा:"मैं भविष्य के लिये वित्तीय प्रबंधन का अनुभव जुटाने चाहती हूं, इसलिये अब मैं ने स्कूल में यह फल दुकान खोल दी है और बहुत ज्यादा चीजें भी सीख ली है। हम ने अपनी कमाई में से दो सौ य्वान निकालकर मकान का किराया चुका दिया, फिर हरेक व्यक्ति को दो सौ य्वान भी कमा लिया है।"

चालू वर्ष में सछ्वान प्रांत ने "नौ प्लस तीन" नयी मुफ्त शिक्षा छात्रों के लिये तिब्बती क्षेत्रों की बुनियादी सरकारी इकाइयों के सिविल सेवकों और सरकारी संस्थानों के कर्मचारियों का पद दिलाने के लिये नयी भर्ती नीति निर्धारित की है , यह इस बात का द्योतक है कि दो हजार "नौ प्लस तीन" नयी मुफ्त शिक्षा छात्र कड़ी परीक्षा के जरिये तिब्बती क्षेत्रों की उक्त संस्थाओं में अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर देंगे।

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