शी आन की यात्रा
(17 अगस्त 2011 को मेरी चीन यात्रा का प्रथम दिन।)
शी आन शहर की सड़कों के दोनों किनारों पर हरे भरे वृक्षों का कतारा इतना सुंदर लग रहा है , मानो स्वर्ग का मनमोहक दृश्य हो। चीन के उत्तर पश्चिम में स्थित शी आन को प्राचीन समय में छांग आन कहा जाता था।एक बड़ी दिलचस्प बात है कि चीन के इतिहास में शी आन को काफी लंबे समय तक राजधानी के रुप में देखा जाता था।इसके गरीमा का महत्व है।इसी कारण शी आन शहर विश्व का प्राचीन सभ्यता वाला शहर माना जाता है। इस की एक लंबे समय तक की विशेष पहचान है।शी आन,रोम,काहिरा और एथैस विश्व में चार सबसे प्रसिद्ध सभ्यतापूर्ण शहर जाने जाते हैं।जब मैं शी आन शहर के मुख्य मार्ग पर चल रहा था तो मानो मैं एक सुंदर सपना देख रहा हो।शी आन शहर पुरानी सभ्यता की मातृभूमि कहा जा सकता है।इस के वातावरण में प्राचीन सभ्यता की झलक मिलती है। उल्लेखनीय बात है कि चीन के प्राचीन काल में लगातार 12 राजाओं ने शी आन को अपनी राजधानी का रुप दिया था ।चीन के लम्बे पुराने इतिहास में राजधानी रहने शहरों में प्राचीन शीआन शहर काफी नामी है। शी आन से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर खुदाई में प्राप्त विश्व का आठवां आश्चर्य यानी मिट्टी के सैनिक पाये जाते है।एक बड़ी आश्चर्य की बात है कि शीआन शहर में आज भी चारदीवारी सुरक्षित है। आज भी भगवान बुद्ध की प्राचीन मूर्ति इसी शीआन शहर में देखने को मिलेगी।यह चीन का अनमोल विरासत का खजाना है।
हम लोग उसी दिन शीआन शहर के प्राचीन मुस्लिम जलपान रेस्तारां में सुबह का जलपान करने गए।यह मुस्लिम जलपान रेस्तारां लगभग एक सौ साल पुराना है।यह रेस्तारां मुस्लिम शैली में निर्मित किया गया है।यह काफी सुंदर दिखता है।और यूरोप के रेस्तारां जैसे है। शीआन की मुस्लिम जलपान सड़क पर हम लोग विभिन्न प्रकार के आहारों का आनंद उठाया। परंतु चीन में इस तरह के खाना परमपंरागत हैं। परंतु मेरे लिये काफी कठिन है।फिर भी मैंने खाने की काफी कोशिश की। वैसे चीनी आहार काफी स्वादिष्ट हैं।
पुनः शाम को हम लोग शीआन शहर की प्राचीन चारदीवारी देखने गए। यह चारदीवारी राजा होंगतुओ ने सन 1370 ई में निर्माण करवायी थी ।यह सुंदर चारदीवारी 13.74 किलोमीटर लम्बी है।तथा इसकी ऊँचाई 12 से 14 मीटर है। इस चारदीवार की वस्तु कला मींग राजवंशी शैली से युक्त थी।राजा ने अपनी जनता की बाहर आक्रमण से सुरक्षा हेतू यह चारदीवारी बनवायी थी। यह दीवार शानशी प्रांत के मुख्य सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।माना जाता है कि इस दीवार का निर्माण सर्वप्रथम 582ई में राजा काइहूआगं के शासन काल में वैज्ञानिक दृष्टिकोण से किया गया था। इसके अलावा,शीआन शहर की धाइशींग मिट्टी कला बहुत विख्यात भी है। मैंने शीआन शहर के मुख्य स्थान पर जो बेल टॉवर और ड्रम टॉवर देखा , वह भी काफी सुंदर था।इस टॉवर में संगीत कला के विविधतापूर्ण वाद्य यंत्र दर्शाये जाते हैं।
मींग राजवंश की वस्तु कला और प्राचीन परीधान की कुछ झलक देखने को मिलती है।