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11-07-26
2011-07-27 14:14:41

यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। नमस्ते श्रोता दोस्तो, मैं हेमा कृपलानी न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम के साथ इस सप्ताह फिर हाज़िर हूँ।

पिछले महीने यानि जून की 18 से 20 तक पेइचिंग में बौद्ध धर्म संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। इस संगोष्ठी का शीर्षक था,

"बौद्ध धर्म:एशियाई इतिहास व संस्कृति का मार्गदर्शन करना`

इस अवसर पर बिहार प्रदेश के मुख्य मंत्री नीतिश कुमार, चीन स्थित भारतीय राजदूत डॉक्टर एस. जयशंकर, चीनी बौद्ध धर्म संघ के उपाध्यक्ष आचार्य श्येछङ और पेइचिंग विश्वविद्यालय के उप प्रमुख हाओपिन ने समारोह में भाषण दिये। चीन स्थित भारतीय दूतावास, भारतीय सांस्कृतिक संबंध समिति यानी आईसीसीआर और पेइचिंग विश्वविद्यालय के भारतीय अध्ययन केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मौजूदा संगोष्ठी का मुख्य विषय था बौद्ध धर्म द्वारा एशिया को कैसे एक विशेष क्षेत्र निश्चित किया जाता है और लंबे ऐतिहासिक समय में एशियाई देशों के बीच संबंध कैसे बनाए रखा जाता है। चीन, भारत, नेपाल, जापान, कोरिया गणराज्य, मंगोलिया, सिंगापुर, थाईलैंड, म्यांमार और वियतनाम के बौद्ध जगत से आए प्रसिद्ध विशेषज्ञों व विद्वानों ने इस संगोष्ठी में अपने विचार सबके समक्ष रखे।

हमें भी इस सम्मेलन में भाग लेने का मौका मिला और हमने बात की भारतीय सांस्कृतिक संबंध समिति यानी आईसीसीआर के अध्यक्ष श्री योगेश्वर वर्मा जी से।

बातचीत........................................................................

दुनिया भर से आए विशेषज्ञों व विद्वानों के सम्मान में भारतीय सांस्कृतिक केन्द्र ने एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया। इस दो दिवसीय संगोष्ठी के बाद बौद्ध जगत से आए प्रसिद्ध विशेषज्ञों व विद्वानों ने पेइचिंग स्थित बौद्ध धर्म के पवित्र स्थल लोंगछुअन मठ का भी दौरा किया। इस दौरान हमें भी मौका मिला विशेषज्ञों से मुलाकात करने का।

बातचीत........................................................................

श्रोताओं, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। इसी के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओ, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।

तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार

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