श्री अजेय महोरकर
दिल्ली में इतिहासकार व सामजित चिंतक
आप जानते ही हैं कि पर्यावरण की समस्या अब किसी एक देश या क्षेत्र से जुड़ी हुई समस्या नहीं सही है।पर्यावरण के प्रदूषित होने और जलवायु में हो रहे परिवर्तन ने सारी दुनिया को प्रभावित किया है और बेमौसमी बारिश,गर्मी,बाढ़,तेजी से पिघलते ग्लेशियर,सूखा,दूषित हो रहे जल स्रोत। सिमटते वन आदि ने विश्व के सामने नई चुनौतियां खड़ी कर दी है जिस से निपटने के लिये विश्वव्यापी आपसी सहयोग की जरूरत है।दक्षिण एशिया में पर्यावरण की समस्या का क्या रूप है और उस के समाधान के लिये कैसे और क्या प्रयास किये जा रहे हैं।इसके लिये हम ने दिल्ली में इतिहासकार व सामजित चिंतक श्री अजेय महोरकर से बात की।