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चीनी कम्युनिस्ट पार्टी, तब और अब
2011-06-30 19:31:02

आज से 90 साल पहले, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना पूर्वी चीन के चेच्यांग प्रांत के चाशियन शहर की नानहू झील में एक नाव पर हुई, तब से अब तक यह पार्टी विकसित होकर 8 करोड़ सदस्यों वाली एक महान सत्तारूढ़ पार्टी बन चुकी है। पार्टी की 90 वीं वर्षगांठ के अवसर पर सीआरआई के विदेशी संवाददाताओं ने चाशियन में कुछ स्थानीय कम्युनिस्टों के साथ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इतिहास के बारे में बातचीत की और उन्होंने विदेशी संवाददाताओं को अपने अनुभव बताए।

सीआरआई के विदेशी संवाददाताओं के साथ साक्षात्कार में शामिल होने वाले स्थानीय चीनी कम्युनिस्टों में से 77 वर्षीय ली चङ मिंग को पार्टी में शामिल 60 साल हो चुके हैं। उन्हें चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना और उसके विकास में हुई विभिन्न अहम घटनाओं पर बड़ा गर्व है। उन्होंने कहाः

"मेरे विचार में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के विकास के इतिहास में तीन प्रमुख काल आए हैं, यानिकी पार्टी की स्थापना, जिससे चीन की विशाल भूमि पर जन क्रांति का उदय हुआ था, दूसरा काल नए चीन की स्थापना का, जिससे चीनी जनता ने अपने सिर पर खड़े साम्राज्यवाद, सामंतवाद व नौकरशाही पूंजीवाद जैसे पहाड़ों को उखाड़ कर फेंक दिया था, और तीसरे काल में पार्टी की 11वीं केन्द्रीय कमेटी के तीसरे पूर्णाधिवेशन में सुधार व खुलेपन की नीति अपनाने का फैसला लिया गया जिसके चलते चीन में भारी परिवर्तन आया है।"

श्री ली ने कहा कि आज से 90 साल पहले के चीन में जनता घोर शोषण व उत्पीड़न का शिकार थी, चीन पर विदेशी साम्राज्यावादी ताकतों का आक्रमण और देश में सैन्यवादी सरदारों के परस्पर युद्ध हुआ करते थे। चीनी राष्ट्र भारी मुसीबतों और अंधाधुंध युद्धों से ग्रस्त था। मार्क्सवाद और रूस की अक्तूबर क्रांति से प्रेरित होकर चीनी मजदूर वर्ग के हिरावत दल यानी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना हुई, उसके नेतृत्व में चीनी जनता ने साम्राज्वाद और सामंतवाद के खिलाफ राष्ट्रीय स्वतंत्रता और मुक्ति के लिए 20 सालों तक कठोर संघर्ष किया और अन्त में बिल्कुल नए ढंग के चीन लोक गणराज्य की स्थापना हुई।

युद्धकाल में जन्मे ली चङमिंग की जिन्दगी कम्युनिस्ट पार्टी के विकास से जुड़ी है। उनका परिवार बहुत गरीब था, उसी समय वे कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य बने, और राष्ट्रीय आजादी व जन मुक्ति के संघर्ष में शामिल हुए। नए चीन की स्थापना के बाद उन्होंने देश के निर्माण कार्य में अपना योगदान देना जारी रखा। उन्हें गर्व है कि उनके पुत्र भी अच्छी शिक्षा से डेन्मार्क की एक युनिवर्सिटी के प्रोफेसर बने और स्वदेश लौटकर मातृभूमि की सेवा में लगे हैं ।

नाइजर से आए सीआरआई के विदेशी पत्रकार मामन. अदा ने यह पूछा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना के समय पार्टी के सिर्फ 50 सदस्य थे, अब इस के 8 करोड़ सदस्य हो गए है, आखिरकार यह कैसे संभव हुआ। इसके बारे में ली चङमिंग ने अपना अनुभव बताते हुए कहाः

"इसकी प्रमुख वजह कम्युनिस्ट पार्टी को जनता का समर्थन मिलता रहना है। अब आप देखें, हमारे चाशियन में क्या क्या बदलाव आए हैं। पहले यहां की क्या हालत थी, अब क्या स्थिति है, जगह जगह ऊंची ऊँची इमारतें दिखाई देती हैं, 18 से अधिक मंजिला इमारतें ही 500 से अधिक है, इतने खुशहाल जीवन में रहते हैं, ऐसे में भला जनता क्यों न कम्युनिस्ट पार्टी का समर्थन करेगी।"

सच है कि नए चीन की स्थापना के बाद पिछले 60 सालों में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में चीन का कायापलट हो गया, चीन एक पिछड़े, गरीब और कमजोर देश से मुक्ति पाकर एक शक्तिशाली व समृद्ध बड़े देश के रूप में बदल गया है, सुधार व खुले द्वार की नीति के चलते अब चीन विश्व की दूसरी बड़ा अर्थव्यवस्था बना है और अन्तरराष्ट्रीय जगत में शांति की रक्षा करने वाली प्रमुख शक्ति भी हो गया है।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा प्राप्त महान सफलता की चर्चा में सीआरआई की मामन. अदा ने कहा

"चीनी कम्युनिस्ट पार्टी व चीनी जनता में अविभाज्य रिश्ता कायम है, वे आपस में विश्वास रखते हैं, एक दूसरे का समर्थन करते हैं। कम्युनिस्ट पार्टी के विकास को जन समर्थन से अलग नहीं किया जा सकता है। और जनता का खुशहाल जीवन भी पार्टी के नेतृत्व पर निर्भर रहता है। मुझे पक्का विश्वास है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी एक महान राजनीतिक पार्टी है।"

संयुक्त राष्ट्र संघ और एशिय़ा बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार 1978 से 2010 तक चीन ने गरीबी उन्मूलन, बुनियादी शिक्षा, स्वास्थ्य विकास और एड्स नियंत्रण व शिशु पोषण की उन्नति में संतोषजनक उपलब्धियां हासिल की हैं और चीन में अति गरीब जनसंख्या 1978 के 25 करोड़ से घटकर अब मात्र एक करोड़ 50 लाख रह गयी है।

नए चीन की स्थापना के बाद पार्टी मेम्बर बने चाशियन वासी चु केफङ अब एक निर्यात कंपनी के मैनेजर है। उन्होंने अपना अनुभव बताते हुए कहाः

"मैं पहले रद्दी के लोहे के टुकड़ों से कलात्मक वस्तुएं बनाने का काम करता था। 2008 में चाशियन सरकार के निमंत्रण पर वापस आया, यह मेरी जन्म भूमि है, यहां भारी परिर्वतन आया है और औद्योगिक ढांचे में भी बदलाव हो रहा है. मैंने निर्यात कंपनी चलायी और कम्युनिस्ट पार्टी से व्यापक समर्थन मिला है। संस्कृति उद्योग पर अधिक महत्व दिया जा रहा है, कोई भी राष्ट्र सांस्कृतिक उन्नति के बगैर आगे नहीं बढ़ सकता है।"

सीआरआई के जर्मन पत्रकार जोर्ज पेन्सिन ने चू से पूछा कि वर्तमान में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सामने प्रमुख चुनौती क्या है, तो इस चीनी कोराबारी ने साफ साफ बताया कि भ्रष्टाचार का विरोध करना सबसे अहम है।

वास्तव में, इस दुनिया में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है, जिसमें जरा भी दोष व त्रुटि नहीं हो। किसी भी पार्टी व सरकार के विकास में अवश्य ही इस तरह की समस्याएं सामने आती हैं। एक अरब 37 करोड़ जनसंख्या वाले चीन में भी तरह तरह की मुश्किलें मौजूद हैं, जैसा कि गरीबों व अमीरों के बीच खाई बढ़ती जा रही है, महंगाई दर बहुत ऊंची हो गई है । इसके बारे में चू ने कहाः

"जनता पर निर्भर पर निर्भर रहकर हम सफलता हासिल कर सकते हैं, इसके विपरित अगर जनता का समर्थन न हो, तो हमें विफलता भी मिलेगी। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों को इस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। हमें जन जीवन सवाल का अच्छी तरह समाधान करना चाहिए, जिससे जनता को कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति विश्वास बढ़ेगा और हमारा जीवन और उज्जवल होगा।

चु केफङ की बात सही है। जनता की पार्टी के रूप में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी चीनी जनता का नेतृत्व कर खुशहाल जीवन की प्राप्ति के लिए पूरी कोशिश कर रही है। इस वर्ष मार्च महीने में शुरू हुई पंचवर्षीय योजना में राष्ट्रीय आर्थिक व सामाजिक विकास के कार्यक्रम में जनजीवन की गारंटी व सुधार को प्राथमिकता दी गई है और शहरी, देहाती व ग्रामीण निवासियों की शुद्ध आय की वृद्धि दर जीडीपी वृद्धि दर के बराबर सात प्रतिशत पहुंचाने का प्रस्ताव भी पेश किया गया है।

29 वर्षीय छङ वेइ एक किंडरगार्टन में अध्यापिका हैं। उन्होंने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का एक आम सदस्य कोई भी महान कार्य नहीं करता, वह सिर्फ़ अपने काम को अच्छी तरह पूरा करता है। इसके साथ ही अपनी कथनी व करनी से दूसरे लोगों को प्रभावित करता है।

दोस्तो, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य विभिन्न वर्गों के आम लोग हैं। लेकिन पार्टी की स्थापना के बाद पिछले 90 वर्षों में रास्ता असाधारण रहा है। विश्व में सबसे अधिक सदस्यों वाली पार्टी के रूप में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को सबसे व्यापक जनता के समर्थन से सफलता मिली है। और उसने एक से एक कामयाबियां हासिल की हैं। सीआरआई के मैक्सिको विभाग के संवाददाता जुन कार्लोस ज़मोरा ने कहा:

"पार्टी के तीन सदस्य तीन पीढ़ी वाले लोग हैं। लेकिन वे सभी चीन के लगातार विकास की कामना करते हैं और इससे चीनी जनता की जीवन गुणवत्ता और उन्नत होगी। वे राजनीतिज्ञ नहीं हैं, उच्च स्तरीय अधिकारी नहीं हैं। वे सिर्फ़ एक अरब 40 करोड़ चीनी आम नागरिकों में से तीन हैं। वे हमेशा की तरह मेहनत से काम करते हैं। यह साम्यवाद का सार भी है।"

कल की मुश्किलें दूर कर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज की शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं, और अब हम सुनहरे भविष्य की प्रतीक्षा में हैं। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 90 वीं वर्षगांठ की खुशियां मनाते वक्त हमें उम्मीद है कि उसके नेतृत्व में हम आगे बढ़ते जाएंगे और पीढ़ी दर पीढ़ी के चीनी लोग उज्ज्वल भविष्य रचने के लिए अपनी कोशिश जारी रखेंगे।

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