कार्यरत जवरी मल पारख
इगनों में कार्यरत प्रोफेसर व प्रसिद्ध आलोचक
आप को मालूम ही होगा कि इस साल बंगबंधु विश्व कवि रविंद्रनाथ ठाकुर की 150 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। पिछले सप्ताह चीन के बीजिंग में भी चीन विश्व मैत्री संघ ने एक समारोह का आयोजन किया। रविंद्रनाथ ठाकुर की कविताओं ने अपनी मानवीय भवना सार्व भौनिकता के कारण सारी दुनिया को प्रभावित किया है। आज के इस बदले हुए समय में रविंद्रनाथ ठाकुर की क्या प्रासंगिकता है और क्या आज भी उन का जीवन और साहित्य दुनिया को प्रेरित कर रहा है। यह जानने के लिये हमने भारत में दिल्ली में इगनो में कार्यरत प्रगतिशति लेखक और चिंतक प्रोफेसर जवरी मल पारख से बात की।