कल पंजाब के मोहाली में क्रिकेट विश्व कप के दूसरे सेमीफाईनल मैच में भारत ने पाकिस्तान को 29 रनों से रौंदकर उसका जीत अभियान रोक दिया। पाकिस्तान को अब घर का रास्ता देखना पड़ेगा। कल के रोमांचकारी मैच में टीम इंडिया ने इस सीरीज का सबसे बढ़िया प्रदर्शन किया।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। सचिन और सहवाग जब मैदान पर पहुँचे तो लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। दोनों ओपनरों ने भी लोगों के स्वागत का अभिनंदन किया और शानदार शुरूआत किया। सचिन और सहवाग दोनों ने मिलकर पाकिस्तानी बल्लेबाजों की जमकर धुनाई की। हालांकि सहवाग का विकेट जल्द ही गिर गया लेकिन उन्होनें 25 गेंदो में 9 चौके की मदद से 38 रन बनाए। वहीं सचिन तो कल मैदान पर भाग्य का पिटारा ही लेकर उतरे थे। पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने सचिन को दिल खोलकर जीवनदान दिया। लेकिन कहते हैं कि जीवनदान भी ज्यादा देर तक काम नहीं आता है। लेकिन सचिन उससे पहले ही अपना काम कर चुके थे। हालांकि वे शतक बनाने से चुक गये लेकिन उन्होनें शानदार 85 रनों की पारी खेली जिसमें 11 चौके शामिल थे। सचिन को चार बार जीवनदान मिला।
सचिन के आउट होने के बाद पाकिस्तानी गेंदबाजों ने टीम इंडिया के बल्लेबाजों को बाँधे रखा और रन आसानी से नहीं निकालने दिया। लेकिन फिर भी गंभीर (27), धोनी (25) और रैना के 36 रनों की मदद से टीम एक सम्मानजनक स्कोर खड़ा कर सकी। कल टीम इंडिया के हरफनमौला बल्लेबाज युवराज सिंह रियाज के पहले ही गेंद पर बोल्ड हो गए जिससे दर्शकों में मायूसी छा गई क्यों कि दर्शकों को तब तक छक्का देखने को नहीं मिला था।
कल के मैच में पाकिस्तानी गेंदबाजों ने अपना कमाल दिखाया लेकिन खराब फिल्डिंग की वजह से मैच को अपने हाथ में नहीं रख सके। पाकिस्तान की तरफ से वहाब रियाज ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट झटके और भारतीय बल्लेबाजों के लिए सिरदर्द भी बने रहे। वहीं अजमल ने दो विकेट लिए जबकि इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले शाहिद अफरीदी को एक भी विकेट नहीं मिला।
260 रनों के जबाव में उतरी पाकिस्तानी टीम ने शुरूआत में तो जमकर बल्लेबाजी किया लेकिन निश्चित अंतराल पर विकेट भी गिरते रहे जिससे पाकिस्तानी बल्लेबाजी पर दबाव बनता चला गया और अंत में मैच उनके हाथ से निकल गया। पाकिस्तान का पहला विकेट कामरान अकमल के रूप मे गिरा। जहीर खान ने अकमल को युवराज सिंह के हाथों लपकवाया। पाकिस्तान का पहला विकेट गिरते ही भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौर पड़ी। जब विकेट पर मो हफीज टिकेते हुए नजर आ रहे थे उसी समय मुनाफ पटेल ने उन्हें धोनी के हाथों कैच करवाकर पाकिस्तान पर दबाव बढा दिया।
भारत को तीसरा विकेट शाफिक के रूप में मिला जो युवराज सिंह के गेंद पर क्लिन बोल्ड हो गए। युवराज सिंह ने दो महत्वपूर्ण विकेट झटके। कल भारत के सभी गेंदबाजों ने सफल गेंदबाजी करते हुए 2-2 विकेट झटके। हरभजन सिंह ने अमकल और अफरीदी का दो महत्वपूर्ण विकेट लिया। भारत ने यह मैच 29 रनों से जीता। सचिन तेंदुलकर को शानदार 85 रनों के लिए मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
कल के रोमांचकारी मैच से साबित हो गया है कि भारत विश्वकप का प्रबल दावेदार है लेकिन श्रीलंकाई टीम भी शायद इस मैच को देख रही होगी और भारतीय बल्लेबाजी में किसी कमजोरी को ढूंढने की कोशिश जरूर करेगी।