डॉक्टर विजेंद्र शर्मा
भारत के दिल्ली विश्वद्यालय में दिल्ली शिक्षक संघ के पूर्वध्यक्ष प्रोफ़ेसर व प्रगतिशील विद्वान चिंतक
शिक्षा और उच्च शिक्षा किसी भी समाज के विकास का मूल आधार होती है, और आज इस बदले हुए समय में शिक्षा की भूमिका समाज व देश के समाजार्थिक विकास में और भी महत्वपूर्ण हो गई है। लेकिन दक्षिण एशिया में उच्च शिक्षा की स्थिति के सामने अभी भी अनेक चुनौतियां और सवाल मौजूद हैं। विकासित देशों में जहां उच्च शिक्षा पाने वाले उम्र के 47 प्रतिशत छात्रों को उच्च शिक्षा की सुविधा उपलब्ध है, दक्षिण एशिया में यह प्रतिशत मात्र बड़ी मुशिकल से 6 प्रतिशत है। दूसरी ओर उच्च शिक्षा का सवाल केवल शिक्षा संस्थाओं से ही जुड़ा हुआ नहीं है, बल्कि यह समाज के विकास की स्थिति, राजनीति व शिक्षा के प्रकार, गुणवत्ता और उस की दिशा से भी जुड़ा हुआ है। और वर्ग विभाजित समाज में जब तक प्राथमिक शिक्षा का लोकतांत्रिकरण नहीं होता और आम जन को इससे लाभ उठाने की सुठिधाएं नहीं मिलती क्या तब तक इससे जुड़े अन्य पहलुओं पर हम ने भारत के दिल्ली विश्वद्यालय में दिल्ली शिक्षक संघ के पूर्वध्यक्ष प्रोफ़ेसर व प्रगतिशील विद्वान चिंतक डॉक्टर विजेंद्र शर्मा के विचार जानने के लिये उन से बात की।